आर एस राणा
नई दिल्ली। निर्यात मांग कमजोर होने से जीरा की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। गुजरात की उंझा मंडी में सोमवार को जीरा के भाव 2,600 से 2,900 रुपये प्रति 20 किलो रहे। कमजोर मांग के कारण जीरा की कीमतों में और भी 100 से 150 रुपये प्रति 20 किलो कि गिरावट आने की आषंका है। मंडी में जीरा की दैनिक आवक 1,500 बोरी की हो रही है जबकि दैनिक व्यापार 2,500 से 3,000 बोरी के हो रहे हैं।
उत्पादक राज्यों में जीरा की बुवाई तो पिछले साल के लगभग बराबर ही हुई है लेकिन इस समय नई फसल को बारिष की जरुरत है। अगर आगामी दिनों में उत्पादक राज्यों में बारिष हो जाती तो जीरा की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी, जिसका असर इसके भाव पर देखने को मिल सकता है। माना जा रहा है कि बारिष नहीं हुई तो फिर पैदावार पिछले साल की तुलना में कम भी रह सकती है। जानकारों के अनुसार इस समय उत्पादक राज्यों में करीब 8 से 10 लाख जीरा का स्टॉक बचा हुआ है जबकि नई फसल आने में अब डेढ़ से दो माह का समय ही बचा हुआ है।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 की पहली छमाही में जीरा का निर्यात घटकर 46,700 टन का ही हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 89,772 टन का हुआ था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय जीरा का भाव 3.19 डॉलर प्रति टन है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका भाव 2.54 डॉलर प्रति किलो था।.........आर एस राणा
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