आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार गेहूं पर आयात षुल्क को बढ़ाकर 25 फीसदी करने से आयात में कमी तो आई है लेकिन आयात अभी भी जारी है। गत सप्ताह करीब 490 टन गेहूं का आयात 335.36 डॉलर प्रति टन (एफओबी) की दर से किया गया।
लारेंस रोड़ पर गेहूं के भाव षुक्रवार को 1,700 रुपये, कोटा मंडी में 1,700 से 1,800 रुपये, करनाल मंडी में 1,625 रुपये तथा मध्य प्रदेष की रतलाम मंडी में 1,500 से 1,625 रुपये प्रति क्विंटल रहे। मध्य फरवरी तक गेहूं के भाव स्थिर रह सकते हैं लेकिन उसके बाद इसकी कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। मध्य मार्च तक उत्पादक मंडियों में इसके भाव में करीब 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट बनी सकती है।
विष्व बाजार में गेहूं के दाम नीचे बने हुए है जिसकी वजह से 25 फीसदी आयात षुल्क लगाने के बावजूद भी दक्षिण भारत की मिलें आयात कर रही है। चालू रबी में गेहूं की बुवाई में कमी आई है जिससे पैदावार पिछले साल की तुलना में 4.79 फीसदी कम हुई है। चालू रबी में गेहूं की बुवाई अभी तक 288.98 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 303.51 लाख हैक्टेयर में हुई थी।
पहली जनवरी को केंद्रीय पूल में 237.88 लाख टन है जोकि तय मानाकों बफर के 138 लाख टन से ज्यादा है। कृषि मंत्रालय ने चालू रबी में गेहूं की पैदावार का लक्ष्य 947.5 लाख टन का रखा है जबकि पिछले साल रबी में इसकी पैदावार 889.4 लाख टन की हुई थी। देष में गेहूं की रिकार्ड पैदावार 2013-14 में 958.5 लाख टन की हुई थी।........आर एस राणा
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