आर एस राणा
नई दिल्ली। वियतनाम ने भारतीय मूंगफली के आयात पर लगी रोक को हटा लिया है जिससे मूंगफली के निर्यात में बढ़ोतरी होने का अनुमान है। चालू वित वर्ष 2015-16 के पहले आठ महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान देष से केवल 2.69 लाख टन मूंगफली का ही निर्यात हो पाया है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 3.74 लाख टन का हुआ था।
ऑयल सीड एंड प्रोडयूस एक्सपोर्ट प्रमोषन काउंसिल (आईओपीईपीसी) के अनुसार क्वालिटी इष्यू होने के कारण वियतनाम ने भारतीय मूंगफली के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन आईओपीईपीसी के प्रयास से अब आयात पर लगी रोक को हटा लिया है इससे देष से मूंगफली के निर्यात में तेजी तो आयेगी लेकिन कुल निर्यात पिछले साल की तुलना में कम ही रहने की आषंका है।
आईओपीईपीसी के अनुसार वित वर्ष 2014-15 में देष से 708,390 टन मूंगफली का निर्यात हुआ था जिसमें वियतनाम की हिस्सेदारी 26 फीसदी थी। इस दौरान वियतनाम को कुल 148,000 टन का निर्यात हुआ था। चालू वित वर्ष में देष से करीब 5,00,000 टन मूंगफली का निर्यात होने का अनुमान है।
श्रीराजमोती इंडस्ट्रीज के प्रबंधक समीर भाई षाह ने बताया कि चालू सीजन में देष में मूंगफली की पैदावार में कमी आई है जबकि घरेलू मांग अच्छी है इसीलिए कीमतों में तेजी बनी हुई है। विष्व बाजार में अफ्रीका, ब्राजील, अर्जेटीना और अमेरिका की मूंगफली के भाव 950 से 1,100 डॉलर प्रति टन है जबकि भारतीय मूंगफली के भाव 1,000 से 1,150 डॉलर प्रति टन है। ऐसे में वियतनाम द्वारा आयात पर लगी रोक को हटा लेने से देष से मूंगफली के निर्यात में तो सुधार आयेगा लेकिन कुल निर्यात पिछले साल की तुलना में कम ही रहेगा।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2015-16 खरीफ में मूंगफली की पैदावार 51.07 लाख टन होने का अनुमान है जबकि फसल सीजन 2014-15 खरीफ में इसकी पैदावार 50.75 लाख टन की हुई थी। फसल सीजन 2013-14 खरीफ सीजन में मूंगफली की रिकार्ड पैदावार 80.58 लाख टन की हुई थी।.......आर एस राणा
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