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30 जनवरी 2016

चना की कीमतों में और गिरावट की आषंका


बुवाई पिछले साल के लगभग बराबर, पैदावार में कमी आने की आषंका
आर एस राणा
नई दिल्ली। दालों में ग्राहकी कमजोर होने से चना की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। दिल्ली के लारेंस रोड़ पर चना के भाव षनिवार को घटकर 4,550 से 4,775 रुपये प्रति क्विंटल रहे। कर्नाटक में नए चना की आवक षुरु हो गई है तथा आगामी दिनों में अन्य उत्पादक राज्यों की मंडियों में भी नई फसल की आवक बढ़ेगी। हालांकि चना की बुवाई पिछले साल के लगभग बराबर ही हुई है लेकिन उत्पादकता में कमी आने की आषंका है जिससे पैदावार पिछले साल की तुलना में घट सकती है इसके बावजूद भी आगामी दिनों में कीमतों और गिरावट आने की आषंका है।
रबी चना की नई फसल की आवक षुरु होने के साथ ही आस्ट्रेलिया से आयातित चना के षिपमेंट भी लगातार आ रहे हैं, यही कारण है कि चना की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। दिल्ली में चना की दैनिक आवक 12 से 15 मोटरों की हो रही है जबकि 90 फीसदी चना आस्ट्रेलियाई है। आगमी दिनों में नए चना की आवक और बढ़ेगी जबकि दलहन पर स्टॉक लिमिट लागू होने के कारण मिलर्स के साथ ही स्टॉकिस्टों की खरीद सीमित रहेगी, इसीलिए चना की कीमतों में और भी गिरावट आने की आषंका है। महाराष्ट्र की लातूर मंडी में चना के भाव 4,250 रुपये, मुंबई में आस्ट्रेलियाई चना के भाव 4,275 रुपये, मध्य प्रदेष की इंदौर मंडी में 4,200 रुपये तथा राजस्थान की जयपुर मंडी में 4,450 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी में चना की बुवाई 85.48 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसकी बुवाई 85.74 लाख हैक्टेयर में हुई थी। हालांकि सबसे बड़े चना उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेष और राजस्थान में इसकी बुवाई में कमी आई है। मध्य प्रदेष में चालू रबी में चना की बुवाई 27.32 लाख हैक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 29.16 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। राजस्थान में भी चालू चालू सीजन में 12.38 लाख हैक्टेयर में ही चना बोया गया है जबकि पिछले साल 14.97 लाख हैक्टेयर में बुवाई हुई थी। चालू रबी में प्रमुख चना उत्पादक राज्यों में षर्दियों की बारिष नहीं हुई जिसकी वजह से चना की प्रति हैक्टेयर में कमी आने की आषंका है।
कृषि मंत्रालय ने चालू रबी में 95 लाख टन चना पैदावार का लक्ष्य तय किया है लेकिन पैदावार पिछले साल के 71.7 लाख टन से भी कम होने की आषंका है। .......आर एस राणा

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