05 अप्रैल 2014
केस्टर सीड की बिकवाली से कमाएं मुनाफा
आर एस राणा : नई दिल्ली... | Apr 05, 2014, 12:02PM IS
4.5 फीसदी की गिरावट आई है पिछले 15 दिनों में केस्टर सीड के भाव में
3,950 रुपये प्रति क्विंटल भाव रह गए हैं केस्टर सीड के
2-3 लाख टन का बचा है बकाया स्टॉक
100-150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट और आ सकती है भाव में आवक बढऩे पर
1,400-1,450 डॉलर प्रति टन के हिसाब से हो रहे हैं अंतरराष्ट्रीय बाजार में सौदे
25 फीसदी पैदावार घटने का अनुमान है केस्टर सीड का
845 रुपये प्रति 10 किलो रह गया है केस्टर तेल का भाव
प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात और राजस्थान की उत्पादक मंडियों में केस्टर सीड की नई फसल की दैनिक आवक बढ़ रही है जिससे भाव घटकर 3,950 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं। चालू रबी में केस्टर सीड की पैदावार तो पिछले साल से कम होने का अनुमान है लेकिन नई फसल के समय करीब 2-3 लाख टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ है।
ऐसे में आगामी दिनों में दैनिक आवक बढऩे के बावजूद केस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में और भी 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आने की आशंका है। इसलिए निवेशक केस्टर सीड में मौजूदा कीमतों पर बिकवाली करके मुनाफा कमा सकते हैं।
एनसीडीईएक्स पर मई महीने के वायदा अनुबंध में केस्टर सीड की कीमतों में पिछले पंद्रह दिनों में 4.5 फीसदी की गिरावट आई है।
18 मार्च को मई महीने के वायदा अनुबंध में केस्टर सीड का दाम 4,360 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि शुक्रवार को भाव घटकर 4,168 रुपये प्रति क्विंटल पर कारोबार करते देखा गया। एग्री विश्लेषक अभय लाखवान ने बताया कि चालू रबी में केस्टर सीड की पैदावार तो कम हुई है लेकिन नई फसल की आवक बढऩे से कीमतों में और भी गिरावट आने का अनुमान है।
एस सी केमिकल के प्रबंधक कुशल राज पारिख ने बताया कि नई फसल को देखते हुए केस्टर तेल में निर्यात मांग पहले की तुलना में कम हुई है। हालांकि चालू सीजन में केस्टर सीड की पैदावार पिछले साल की तुलना में 25 फीसदी कम होने का अनुमान है जिससे मौजूदा कीमतों में भारी गिरावट की संभावना तो नहीं है लेकिन दैनिक आवक बढऩे से 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में केस्टर तेल के निर्यात सौदे 1,400-1,450 डॉलर प्रति टन की दर से हो रहे हैं। वित्त वर्ष 2012-13 में केस्टर तेल का कुल निर्यात 4.30 लाख टन का हुआ था जबकि चालू वित्त वर्ष के अप्रैल से जनवरी के दौरान 3.97 लाख टन का निर्यात हो चुका है।
जयंत एग्रो ऑर्गेनिक लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक वामन भाई ने बताया कि उत्पादक मंडियों में केस्टर की दैनिक आवक करीब 65,000 से 70,000 बोरियों (एक बोरी-75 किलो) की हो रही है जबकि चालू महीने के आखिर तक दैनिक आवक बढ़कर एक लाख बोरियो की हो जायेगी।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार वर्ष 2013-14 में केस्टर सीड की पैदावार 17 फीसदी घटकर 11.20 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 13.47 लाख टन की पैदावार हुई थी। उन्होंने बताया कि नई फसल के समय उत्पादक मंडियों में करीब 2-3 लाख टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ है।
ऐसे में कुल उपलब्धता ज्यादा ही है। केस्टर सीड की कीमतें प्लांट डिलीवरी 4,050 से 4,075 रुपये और उत्पादक मंडियों में भाव 3,950 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। केस्टर तेल का भाव घटकर 845 रुपये प्रति 10 किलो रह गया है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2013-14 के पहले 11 महीनों (अप्रैल से फरवरी) में केस्टर तेल के निर्यात में मूल्य के हिसाब 3.90 फीसदी की तेजी आई है। अप्रैल से फरवरी के दौरान 3,973.60 करोड़ रुपये मूल्य का केस्टर तेल का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 3,824.40 करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात हुआ था। (Business bhaskar....R S Rana)
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