14 अप्रैल 2014
पहली बार प्राकृतिक रबर का आयात 3 लाख टन के पार
प्राकृतिक रबर का आयात वर्ष 2013-14 में पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 49 फीसदी बढ़ा है। रबर बोर्ड के अनंतिम आंकड़ों के मुताबिक कुल आयात 3,24,467 टन रहा, जो वर्ष 2012-13 में 2,17,364 टन था। पहली बार आयात का आंकड़ा 3 लाख टन के पार हुआ है और इसके साथ ही पिछले 12 माह में आयात 1 लाख टन से ज्यादा बढ़ा है। वित्त वर्ष के आखिरी महीने मार्च में ही आयात इससे पिछले साल के समान महीने की तुलना में 144 फीसदी बढ़ा है, जो अब तक किसी एक महीने में सबसे ज्यादा वृद्धि है। मार्च में आयात 24,196 टन रहा, जो वर्ष 2013 के मार्च माह में 9,921 टन था।
आयात में भारी बढ़ोतरी की मुख्य वजह पिछले एक साल से लगातार विदेशी बाजारों में इसकी कीमतों का सस्ता होना है। रबर के प्रमुख बाजार जैसे बैंकॉक में वित्त वर्ष 2014 के दौरान औसत मूल्य भारत के मुकाबले 15 से 17 रुपये प्रति किलोग्राम कम रहा है। एक अन्य वजह घरेलू बाजार में उत्पादन घटने सहित विभिन्न कारणों से रबर की उपलब्धता कम होना रही।
रबर बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2013-14 में इसका उत्पादन 7.6 फीसदी गिरकर 8,44,000 टन रहा जबकि पिछले वित्त वर्ष में उत्पादन 9,13,700 टन था। पिछले 10 सालों में पहली बार प्राकृतिक रबर के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है। भारत के बाजार में इसकी उपलब्धता कम होने का कारण इसकी कीमतों का अधिक होना है। इससे पहले रबर बोर्ड ने वर्ष 2013-14 के वास्तविक उत्पादन का आकलन दो बार घटाया था। पहले 9.6 लाख टन से घटाकर 8.7 लाख टन किया गया और बाद में घटाकर 8.5 लाख टन कर दिया गया। हालांकि अंतिम संशोधित उत्पादन का आंकड़ा भी प्राप्त नहीं हो सका है। (BS Hindi)
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