05 अप्रैल 2014
एनएसईएल पर ई-सीरीज की डिलिवरी 12 अप्रैल से
ई-सीरीज अनुबंधों के तहत जिंस डिलिवरी और फाइनैंशियल क्लोजर के लिए नियामक की स्वीकृति मिलने के बाद घोटाले से प्रभावित नैशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) ने कहा है कि यह प्रक्रिया 12 अप्रैल से शुरू की जाएगी। एक्सचेंज ने कहा है कि इसके बाद बचे हुए स्टॉक का फाइनैंशियल क्लोजर 6 मई से शुरू होगा। पिछले साल एनएसईएल के प्लेटफॉर्म पर भारी भुगतान घोटाला सामने आया था। ई-सीरीज अनुबंधों की जांच में कोई गड़बड़ी न मिलने पर वायदा बाजार आयोग ने ई-सीरीज अनुबंधों को निपटाने की स्वीकृति दी थी। एक्सचेंज द्वारा भौतिक रूप में जिंस डिलिवरी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। एक्सचेंज ने कहा, 'हम 12 से 23 अप्रैल तक इकाई धारकों से भौतिक जिंस डिलिवरी और आवंटन के आग्रह स्वीकार करेंगे। इसके बाद एक्सचेंज 6 मई से ई-सीरीज अनुबंधों की शेष इकाइयों का फाइनैंशियल क्लोजर शुरू करेगा।'
हालांकि पहले से इतर निवेशकों को अपनी इकाइयां कारोबारियों के पास जोडऩे की स्वीकति नहीं दी जाएगी। इसके बजाय यह संबंधित ब्रोकरों के जरिये डिलिवरी नहीं हुई मात्रा के चेक के जरिये निपटारे को तैयार है। उदाहरण के लिए एक इकाई धारक के पास अपने खाते में 97 ग्राम सोना है तो एक्सचेंज निर्दिष्ट खाते में उपलब्ध सिक्कों के मूल्यवर्ग की अधिकतम मात्रा की डिलिवरी की स्वीकृति देगा। अगर खाते में 5 ग्राम से ज्यादा के सोने के सिक्के होंगे तो इकाई धारक को 95 ग्राम की डिलिवरी मिलेगी। हालांकि शेष 2 ग्राम के लिए धारक को उस ब्रोकर से चेक मिलेगा, जिसके जरिये उसने कारोबार किया था। सोने की कीमत की गणना लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन और लागू शुल्कों के आधार पर होगी। (BS Hindi)
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