03 अप्रैल 2014
कटाई में देरी होने से उत्तर भारत में गेहूं की सरकारी खरीद धीमी
आर एस राणा : नई दिल्ली... | Apr 03, 2014, 02:56AM IST
मौसम का असर
बेमौसमी बारिश होने से फसल पकने में देरी
इससे गेहूं की कटाई भी लेट हो रही सभी राज्यों में
मंडियों में आवक शुरू नहीं हुई पंजाब व हरियाणा में
270 लाख टन कुल खरीद रह सकती है नए सीजन में
310 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा है सरकार ने
250 लाख टन खरीद की थी सरकार ने पिछले साल
उत्तर भारत के प्रमुख उत्पादक राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद के लिए भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने खरीद केंद्र तो खोल दिए हैं लेकिन आवक में देरी के कारण खरीद अभी शुरू नहीं हो पाई है। मध्य प्रदेश में भी गेहूं की सरकारी खरीद पिछले साल की तुलना में 23.3 फीसदी पिछड़कर केवल 3.45 लाख टन की ही हुई है।
सबसे पहले 25 मार्च को खरीद मध्य प्रदेश में ही शुरू की गई थी। इस साल बेमौसमी बारिश होने के कारण गेहूं पक कर तैयार होने और उसकी कटाई होने में देरी हो रही है। इसी वजह से खरीद अभी नगण्य है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस भास्कर को बताया कि गेहूं की नई फसल की आवक में देरी होने के कारण पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में गेहूं की सरकारी खरीद अभी शुरू नहीं हो पाई है। हालांकि खरीद के लिए पहली अप्रैल से खरीद केंद्र खोले जा चुके हैं, लेकिन प्रतिकूल मौसम के कारण इन राज्यों में नई फसल की आवक देर से शुरू होगी, ऐसे में सरकारी खरीद में तेजी चालू माह के अंतिम पखवाड़े में ही बनने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश में 25 मार्च से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हो गई है तथा राज्य में अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर केवल 3.45 लाख टन गेहूं की ही खरीद हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 4.50 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी थी। बुधवार को राजस्थान की मंडियों में 2,000 क्विंटल गेहूं की आवक हुई। लेकिन मंडियों में भाव एमएसपी से ऊंचे होने के कारण खरीद नहीं हो पाई।
उन्होंने बताया कि चालू रबी विपणन सीजन 2014-15 में एमएसपी पर 310 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है लेकिन खरीद 270-275 लाख टन पर ही सिमटने का अनुमान है। पिछले रबी विपणन सीजन में केंद्र सरकार ने एमएसपी पर 250.84 लाख टन गेहूं की खरीद की थी।
चालू रबी विपणन सीजन में पंजाब से गेहूं की खरीद का लक्ष्य 110 लाख टन, मध्य प्रदेश से 80 लाख टन और हरियाणा से 65 लाख टन गेहूं का लक्ष्य तय किया गया है। चालू रबी विपणन सीजन 2014-15 के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं के एमएसपी में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 1,400 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। रबी विपणन सीजन 2013-14 में सरकार ने 1,350 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद की थी।
कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार वर्ष 2013-14 में गेहूं की रिकॉर्ड पैदावार 956 लाख टन होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2012-13 में 935.1 लाख टन गेहूं की पैदावार हुई थी। केंद्रीय पूल में पहली मार्च को 397.22 लाख टन खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद है। इसमें 208.39 लाख टन गेहूं और 188.83 लाख टन चावल की हिस्सेदारी है। (Business Bhaskar.....R S Rana)
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