05 जून 2013
नारियल तेल के दाम में तेजी
हाल में मॉनसून की बौछारें पडऩे से खोपरा और नारियल तेल की कीमतों में मामूली तेजी आई है। खोपरा और नारियल तेल की अच्छी मांग के कारण कीमतों में आगे भी बढ़ोतरी की संभावना है। हालांकि प्रमुख कारोबारियों का कहना है कि कीमतों में लगातार तेजी नहीं रहेगी, क्योंकि खोपरा और नारियल की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है, विशेष रूप से तमिलनाडु से। तेल की कीमतें इस समय 6,200 से 6,400 रुपये प्रति क्विंटल चल रही हैं, जबकि खोपरा 4,500-4,600 रुपये प्रति क्विंटल के दाम पर बिक रहा है।
कारोबारियों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि नारियल और खोपरे की खरीद में सरकारी एजेंसियों की नाकामयाबी से बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सूत्रों के मुताबिक लक्षद्वीप में सैकड़ों टन खोपरा खराब हो गया है, जिसे अब 4,000 रुपये प्रति क्विटंल के दाम पर बेचा जा रहा है। इसकी वजह नैफेड जैसी एजेंसियों का समय से खरीदारी नहीं करना है। उत्पादकों और कारोबारियों ने कहा कि खरीद महज दिखावा है और इसका कीमतों पर कोई असर नहीं पड़ा है। पिछले साल की तरह इस साल भी खरीद देरी से शुरू हुई और कीमतें गोता खाकर पेंदे में पहुंच गई हैं।
पाम तेल और पाम कर्नेल तेल के भारी आयात से भी नारियल तेल बाजार पर चोट पड़ी है, क्योंकि ज्यादातर औद्योगिक उपयोगकर्ता फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) के उत्पादन के लिए सस्ते पाम तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं। कोचिन ऑयल मर्चेन्ट एसोसिएशन (कोमा) के अध्यक्ष तलत महमूद ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि पाम तेल और पाम कर्नेल तेल की कीमतें औद्योगिक उपयोगकर्ताओं के लिए अच्छे विकल्प हैं। पाम कर्नेल तेल की कीमत 5,400 रुपये प्रति क्विंटल है और वर्तमान में इसका भारी आयात हो रहा है। कुछ सप्ताह पहले कीमत गिरकर 4,800 रुपये पर पहुंच गई थी और इसकी वजह से मांग में बढ़ोतरी आई थी। रिफाइंड पाम तेल भी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है और इसकी मांग होटलों और बेकरियों में ज्यादा है।
उनके अनुसार इस साल नारियल और खोपरे का उत्पादन, विशेष रूप में तमिलनाडु में बढ़ा है और आपूर्ति ज्यादा है। हालांकि केरल में मॉनसून दस्तक दे चुका है, लेकिन तमिलनाडु में जलवायु अनुकूल है और सीजन जुलाई तक चलेगा। तमिलनाडु में तेल केरल से सस्ता है और वर्तमान में वहां कीमत 6,150 रुपये प्रति क्विंटल है। बारिश की वजह से केरल में खोपरा सूख नहीं रह है, इसलिए अब गुणवत्ता सबसे बड़ी चिंता है।
उनके अनुसार तमिलनाडु में खोपरे और तेल का अच्छा खासा स्टॉक है और इसलिए आपूर्ति में कमी नहीं आएगी। इस वजह से कीमतों में भारी बढ़ोतरी नहीं हो रही है। हालांकि बारिश से कीमतों में मामूली इजाफा हो सकता है, लेकिन कीमतें 6,200 से 6,500 रुपये के दायरे में रहेंगी। (BS Hindi)
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