18 जून 2013
सोना के आयात पर रोक की कोशिशें नाकाम, 109 फीसदी बढ़ा
नई दिल्ली। सोने की मांग कम करने की सरकार और आरबीआई की कोशिशें असफल होती नजर आ रही हैं। अप्रैल-मई में सोने और चांदी का आयात 109 फीसदी बढ़कर 1588 करोड़ डॉलर रहा। वहीं कच्चे तेल का आयात 3.5 फीसदी बढ़कर 2910 करोड़ डॉलर का रहा। मई में कच्चे तेल के आयात में 3 फीसदी का उछाल आया और 1500 करोड़ डॉलर का कुल आयात हुआ। मई में सोने और चांदी का आयात 89 फीसदी बढ़कर 839 करोड़ डॉलर का रहा। कच्चे तेल और पेट्रोलियम प्रोडक्ट के बाद सोने का ही सबसे ज्यादा आयात होता है।
व्यापार घाटे के मोर्चे पर भी अच्छी खबर नहीं है। पिछले साल के मुकाबले मई में व्यापार घाटा 1890 करोड़ डॉलर से बढ़कर 2014 करोड़ डॉलर रहा। कमजोर रुपये के बावजूद मई में निर्यात 1.1 फीसदी घटकर 2451 करोड़ डॉलर के रहे। जबकि आयात 7 फीसदी बढ़कर 4465 करोड़ डॉलर का रहा। हालांकि अप्रैल-मई में निर्यात में हल्की बढ़त नजर आई। अप्रैल-मई में निर्यात 0.21 फीसदी बढ़कर 4867 करोड़ डॉलर के रहे। वहीं आयात 8.8 फीसदी बढ़कर 8660 करोड़ डॉलर के रहे।
वाणिज्य सचिव एस आर राव का कहना है कि सोने और चांदी के बढ़ते आयात की वजह व्यापार घाटा बढ़ा है। एसईजेड में सोने की ट्रेडिंग पर रोक लगाई गई है। वैल्यू एडिशन के जरिए सोने के निर्यात को बढ़ावा देने का इरादा है। एस आर राव के मुताबिक टेक्सटाइल निर्यात का अच्छा प्रदर्शन है। इंजीनियरिंग उत्पादों के निर्यात में भी बढ़त दिख रही है। उम्मीद है कि जून में निर्यात में बढ़ोतरी नजर आएगी।
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