26 जून 2013
नारियल निर्यात 26 फीसदी बढ़ा
नारियल और इससे जुड़े उत्पादों के निर्यात से होने वाली आमदनी 2012-13 में 1,050 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। भारतीय नारियल निर्यात के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। नारियल उत्पादों में इसके रेशे और इससे बने उत्पाद शामिल नहीं हैं।
नारियल विकास बोर्ड (सीडीबी) के मुताबिक कुल निर्यात में पिछले साल की तुलना में मूल्यानुसार 26 फीसदी और मात्रा के लिहाज से 32 फीसदी बढ़ोतरी रही है। देश से 550 करोड़ रुपये कीमत के 58,000 टन एक्टिवेटेड कार्बन का निर्यात हुआ, जिसका कुल निर्यात आमदनी में 50 फीसदी से ज्यादा योगदान रहा है।
अच्छी गुणवत्ता के शेल आधारित एक्टिवेटेड कार्बन की वैश्विक बाजारों मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पूर्वी यूरोप, दक्षिण-पूर्व एशिया और पश्चिम एशिया में भारी मांग है। आर्थिक सुधार और कारोबार में बढ़ोतरी को देखते हुए भारत अमेरिकी देशों के साथ ज्यादा कारोबार कर रहा है। कोकोनट शेल आधारित एक्टिवेटेड कार्बन केंद्र सरकार की फोकस उत्पाद योजना के तहत अधिसूचित है और इस पर 1 जनवरी 2013 से 2 फीसदी निर्यात प्रोत्साहन मिलने लगा है। (Bs Hindi)
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