19 जून 2013
जून में स्वर्ण आयात 75 फीसदी कम!
सोने के आयात में अप्रैल-मई के दौरान जोरदार बढ़ोतरी हुई है, लेकिन जून में इसमें भारी गिरावट आने की संभावना है। रिजर्व बैंक के घरेलू बाजार के लिए खेप आधारित आयात का रास्ता बंद करने और केंद्र सरकार के आयात शुल्क में 2 फीसदी और बढ़ोतरी करने का नतीजा जून में सोने के आयात में गिरावट के रूप में सामने आ सकता है।
एक दिग्गज सर्राफा विश्लेषक ने कहा, 'जून में मुश्किल से 40 टन का आयात हुआ होगा, क्योंकि बाजार में पिछले दो महीनों का बचा हुआ भारी स्टॉक था।Ó सोने का कुल आयात अप्रैल में 144 टन (7.5 अरब डॉलर) और मई में 162 टन (8.4 अरब डॉलर) रहा था। चालू वित्त वर्ष के इन दो महीनों में सोने की अनुमानित मांग क्रमश: 120 टन और 75 रही। मई में आयात काफी ज्यादा रहा, क्योंकि रिजर्व बैंक के संभावित रोक लगाने से पहले गैर-बैंकिग मनोनीत एजेंसियों ने खेप के रास्ते भारी आयात किया था। जून में पिछला बचा हुआ स्टॉक 100 टन से ज्यादा था, जिससे आयात में भारी गिरावट आई है। हालांकि जून से अगस्त तक के सीजन को सोने की मांग के लिहाज से सुस्त माना जाता है, इसलिए कुछ महीने और आयात बिल कम रहेगा। एक कारोबारी ने कहा कि जून में उन कारोबारियों ने मुनाफावसूली की जिन्होंने मई में सोने का आयात किया था, क्योंकि रुपये के भारी अवमूल्यन और आयात शुल्क में दो फीसदी बढ़ोतरी के कारण जून में कीमतें ऊंची रही हैं। इस मुनाफावसूली के कारण घरेलू बाजार में सोने की उपलब्धता बनी रहेगी, जिससे आयात भी कम रहेगा।
चूंकि मई में खेप के रास्ते हुए सोने के आयात का भुगतान जून में होना था। जून में आयातित सोने की कीमत 2 से 2.5 अरब डॉलर रहेगी। इसका मतलब कि सोने के कम आयात के कारण व्यापार घाटे में 6 अरब डॉलर की कमी आएगी, लेकिन पिछले महीने के आयात भुगतान की वजह से जून में व्यापार घाटे में 4 अरब डॉलर की कमी आ सकती है।
बार्कलेज इंडिया के राहुल बाजोरिया ने कहा, 'हमारा अनुमान है कि जून में सोने की मांग कम रहेगी और इसलिए आयात में कमी आएगी। आने वाले महीनों में भी इसके कम रहने की उम्मीद है। मई में व्यापार घाटे में हुई बढ़ोतरी निकट भविष्य का सबसे उच्च स्तर रहेगा और हमारा मानना है कि जून में इसमें काफी कमी आएगी।Ó
बार्कलेज के नजरिये से इत्तेफाक जताते हुए नोमुरा की अर्थशास्त्री सोनल वर्मा ने कहा, 'हमारी नजर चालू खाते के घाटे पर है, जो वैश्विक कारकों से निर्धारित होगा और यह संभवतया भारत की आर्थिक स्थिति का एक प्रमुख निर्धारक होगा।Ó
सोने की कीमतों में 230 रुपये की तेजी
रुपया कमजोर पडऩे और स्टॉकिस्टों की लिवाली बढऩे से दिल्ली सर्राफा बाजार में आज सोने की कीमतों में पुन: उछाल आया। सोने के भाव 230 रुपये की तेजी के साथ 28,480 रुपये प्रति 10 ग्राम बोले गए। बाजार सूत्रों के अनुसार डॉलर की तुलना में रुपया कमजोर पडऩे से सोने की कीमतों में तेजी आई। रुपये के कमजोर होने से आयात महंगा हुआ है। उन्होंने बताया कि स्टॉकिस्टों और फुटकर कारोबारियों की ताजा लिवाली से बाजार धारणा मजबूत हुई। घरेलू बाजार में सोना 99.9 और 99.5 शुद्ध के भाव 230 रुपये की तेजी के साथ क्रमश: 28,480 रुपये और 28,280 रुपये प्रति 10 ग्राम बंद हुए। (BS Hindi)
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