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01 जून 2013

एनडब्ल्यूडीआरए से 333 गोदामों को मान्यता

आर एस राणा नई दिल्ली | May 31, 2013, 02:18AM IST गोदामों मे कृषि उपज रखने पर 1300 नेगोशिएबल वेयरहाउस रसीदें जारी की गईं ट्रेडर्स और किसान अब 333 वेयर हाउसों में जिंसों का भंडारण करने के बदले नेगोशिएबल वेयरहाउस रसीद (एनडब्ल्यूआर) ले सकेंगे। भंडारण विकास एवं नियामक प्राधिकरण (डब्ल्यूडीआरए) देशभर में 333 वेयर हाउसों को मान्यता दे चुका है। ट्रेडर्स और किसानों के फायदे के लिए डब्ल्यूडीआरए प्राइमरी सहकारी संस्थाओं के गोदामों को भी मान्यता दे रहा है। डब्ल्यूडीआरए के टेक्निकल डायरेक्टर डॉ. एन के अरोड़ा ने बिजनेस भास्कर को बताया कि देशभर में 333 वेयर हाउसों को नेगोशिएबल रसीद देने के लिए मान्यता दी जा चुकी है जिनमें सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान और मध्य प्रदेश में हैं। डब्ल्यूडीआरए के पास देशभर से 522 आवेदन अभी तक मिले हैं, जिनकी खाद्यान्न भंडारण क्षमता करीब 24 लाख टन है। इनमें 333 वेयर हाउसों को मान्यता दी जा चुकी है, जिनकी भंडारण क्षमता करीब 20 लाख टन है। किसानों को वेयर हाउस रसीद से 7 फीसदी की ब्याज दर से बैंकों से आसानी से ऋण मिल रहा है तथा समय पर अदायगी करने वाले किसानों को 3 फीसदी की छूट का लाभ भी मिल रहा है। उन्होंने बताया कि एनडब्ल्यूआर देने के लिए सबसे ज्यादा गोदामों को मान्यता आंध्र प्रदेश में 61 वेयर हाउसों को दी जा चुकी है। इसके अलावा तमिलनाडु में 52 वेयरहाउस, राजस्थान में 52 वेयरहाउस, मध्य प्रदेश में 37, महाराष्ट्र में 36, उत्तर प्रदेश में 25, हरियाणा में 15, पंजाब में 13 और कर्नाटक में 14 तथा गुजरात में 9 वेयर हाउसों को मान्यता दी गई है। इन वेयर हाउसों से करीब 1,300 रसीदें जारी की जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि गांव स्तर पर किसानों और ट्रेडर्स को लाभ पहुंचाने के लिए डब्ल्यूडीआरए प्राइमरी सहकारी संस्थाओं के गोदामों को भी मान्यता दे रहा है। ट्रेडर्स और किसान मान्यता प्राप्त वेयर हाउसों में खाद्यान्न का स्टॉक करके उसके बदले रसीद से लाभान्वित हो रहे हैं। डब्ल्यूडीआरए ने 115 एग्री जिंसों को वेयरहाउस में रखने की अनुमति दी हुई है इसके अलावा 26 बागवानी फसलों का भी कोल्ड स्टोर में रखने के लिए चयन किया है। वेयरहाउस से मिली रसीद से ट्रेडर्स और किसान बैंकों से आसानी से ऋण ले रहे हैं तथा जरूरत के समय जिंस के बजाय एनडब्ल्यूआर को ही सीधे ही खरीददार को बेच भी सकते हैं। किसानों और ट्रेडर्स में जागरूक अभियान चलाने के लिए डब्ल्यूडीआरए गांव स्तर पर अभियान चला रहा है जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। (Business Bhaskar....R S Rana)

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