बिजनेस भास्कर नई दिल्ली
चालू खरीफ सीजन में धान के हाईब्रिड बीजों की बिक्री 50 फीसदी बढऩे की संभावना है। हाईब्रिड धान की रोपाई का रकबा चालू खरीफ में करीब 87.5 फीसदी बढ़कर 30 लाख हैक्टेयर होने का अनुमान है। प्रति हैक्टेयर उत्पादन ज्यादा होने के कारण किसान धान के हाईब्रिड बीजों की बुवाई कर रहे हैं। हर साल देश में करीब 394 लाख हैक्टेयर में धान की रोपाई होती है। केंद्रीय धान अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. टी. के. आद्या ने बताया कि प्रति हैक्टेयर पैदावार ज्यादा होने के कारण किसान धान के हाईब्रिड बीजों को अपना रहे हैं। चालू खरीफ में देश में करीब 30 लाख हैक्टेयर में हाईब्रिड धान की बुवाई होने की संभावना है। पिछले साल देश में 16 लाख हैक्टेयर में हाईब्रिड धान के बीजों की रोपाई हुई थी। सामान्य किस्म की प्रजाति के मुकाबले हाईब्रिड प्रजाति का उत्पादन एक टन प्रति हैक्टेयर तक ज्यादा होता है। रासी सीड प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ अरविंद कपूर ने बताया कि चालू खरीफ में धान के हाईब्रिड बीजों की कुल बिक्री 28,000 से 30,000 टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 19,000 से 20,000 टन बीजों की बिक्री हुई थी। प्रति हैक्टेयर कम उत्पादकता वालों राज्यों छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड में राज्य सरकारें हाईब्रिड बीजों की खरीद पर किसानों को सब्सिडी दे रही है। इसीलिए इन राज्यों में हाईब्रिड धान की रोपाई के क्षेत्रफल में ज्यादा बढ़ोतरी होने की संभावना है। रासी सीड ने पिछले साल धान के 200 टन हाईब्रिड बीजों की बिक्री की थी लेकिन चालू खरीफ में बिक्री बढ़कर 500 टन होने की उम्मीद है। पीएचआई सीड लिमिटेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिन राज्यों में धान का प्रति हैक्टेयर उत्पादन कम है वहां के किसान हाईब्रिड धान की रोपाई करके प्रति हैक्टेयर उत्पादन ज्यादा ले रहे हैं। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तो चावल का प्रति हैक्टेयर उत्पादन ठीक है लेकिन अन्य राज्यों में कम है। चालू खरीफ सीजन में धान के हाईब्रिड बीजों की ब्रिकी पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी से भी ज्यादा बढऩे की संभावना है। (Business Bhaskar....R S Rana)
19 जुलाई 2011
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