गुवाहाटी July 15, 2011
भविष्य में ब्रह्मपुत्र बेसिन में जलवायु परिवर्तन से असम में चाय के उत्पादन पर असर पड़ सकता है। ब्रह्मपुत्र बेसिन के जल संसाधनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों पर आईआईटी-गुवाहाटी के प्रारंभिक अध्ययन में कहा गया है कि इससे बारिश के पैटर्न और बेसिन के तापमान में भारी बदलाव आएगा। अध्ययन में कहा गया है कि 'अल्प अवधि की मूसलाधार बारिश और सूखे के लंबे चक्र इस क्षेत्र में बाढ़ और सूखे के हालात पर असर डालेंगे। Ó हकीकत में, क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों से अनियमित और असामान्य बारिश हो रही है। चाय बोर्ड के कार्यकारी निदेशक राकेश सैनी ने कहा कि चाय बागानों में जल प्रबंधन हमेशा जटिल रहा है। बारिश के दिनों में चाय की फसल को जल भराव या बाढ़ से बचाने के लिए प्रभावी जल निकासी की व्यवस्था करनी होती है जबकि सूखे के दिनों में सिंचाई के लिए पानी सुनिश्चित करना होती है। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन महत्वपूर्ण विषय बन गया है, क्योंकि क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के शुरुआती संकेत दिखाई देने लगे हैं। (BS Hindi)
16 जुलाई 2011
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