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24 अगस्त 2021

मुंबई में आयातित उड़द, मसूर, चना और काबुली चना के भाव नरम, अरहर स्थिर

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर बनी रहने से मंगलवार को मुंबई में शुरूआती कारोबार में आयातित उड़द, मसूर, चना और काबुली चना की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि अरहर के भाव​ स्थिर बने रहे।

सरकारी हस्तक्षेप के साथ ही नीतियों में समय-समय पर बदलाव और आगे विदेशी आपूर्ति के डर के कारण दालों में व्यापार सीमित मात्रा में ही हो रहा है।

बर्मा की लेमन अरहर नई के भाव 6,550 से 6,600 रुपये और पुराई के भाव 6,450 से 6,500 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इसी तरह अरुषा अरहर के साथ मोजाम्बिक अरहर के भाव क्रमश: 6,500 और 6,425 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से बर्मा उड़द एफएक्यू दोनों नई और पुरानी दोनों की कीमतों में 25-25 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 6950 रुपये और 6,850 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

इसके अलावा, महाराष्ट्र की कुछ मंडियों में नई उड़द की आवक में तेजी आई है। हालांकि नई उड़द में नमी की मात्रा ज्यादा है, साथ ही फसल की कटाई के समय हो रही बारिश के कारण भी क्वालिटी प्रभावित होने का डर है।

कनाडा लाईन की मसूर के भाव मुंद्रा, हजीरा और कांडला बंइरगाह पर 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। मालूम हो कि पिछले दिनों केंद्र सरकार ने मसूर के आयात शुल्क में कटौती की थी, जिस कारण बढ़े भाव में मांग कम हो गई।

स्थानीय मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के साथ ही सूडान में नए काबुली चना की आवक बनने से मुंबई में सूडान और रूस के काबुली चना के भाव 50-50 रुपये घटकर क्रमश: 5,550 से 5,900 रुपये और 5,200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। काबुली चना पर 40 फीसदी आयात शुल्क होने के कारण रूस से आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं।

इसी तरह से मुंबई में तंजानिया लाईन के चना के भाव 50 रुपये घटकर 5,150 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

आगे के व्यापार में, तंजानिया चना के भाव सितंबर शिपमेंट के लिए 5,500 रुपये और सितंबर-अक्टूबर शिपमेंट के लिए 5,525 रुपये प्रति क्विंटल हैं।

बाजार में अफवाह चल रही है कि सरकार काबुली चना के आयात शुल्क में कटौती कर सकती है और सफेद मटर के आयात पर प्रतिबंध भी हटा सकती है। उधर नेफेड के साथ ही एफसीआई विभिन्न राज्यों में लगातार चना की बिकवाली कर रही है।

हालांकि सेबी ने चना के नए वायदा अनुबंध शुरू करने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। सेबी के आदेश के अनुसार अगले आदेश तक चना को कोई नया अनुबंध शुरू नहीं किया जाएगा। मौजूदा अनुबंधों के संदर्भ में, सेबी ने कहा कि कोई भी नई पोजिशन लेने की अनुमति नहीं है, केवल पोजीशन के स्क्वेरिंग अप की अनुमति होगी।

नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर सितंबर वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 9 रुपये की तेजी आई, जबकि अक्टूबर वायदा अनुबंध में इसके भाव में 16 रुपये का मंदा आया।

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