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19 अगस्त 2021

नीचे भाव में मिलों की मांग से मुंबई में आयातित अधिकांश दालें तेज

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने के कारण गुरूवार को मुंबई में शुरूआती कारोबार में आयातित अरहर, उड़द, मसूर, चना और काबुली चना की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।

दालों में खुदरा के साथ ही थोक में ग्राहकी त्यौहारी सीजन के कारण बढ़ी है।

दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से मुंबई में लेमन अरहर नई और पुरानी के भाव में 50-50 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 6,550 रुपये और 6,450 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इसी तरह से अरुषा अरहर के भाव भी 25 रुपये बढ़कर 6,500 प्रति क्विंटल हो गए। सूडान लाईन की अरहर के दाम भी 50 रुपये बढ़कर 6,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर के दाम 6,425 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से बर्मा उड़द एफएक्यू दोनों नई और पुरानी दोनों की कीमतों में 25-25 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 6,900 रुपये और 6,800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

हालांकि आयातित उड़द लगातार आ रही है, साथ ही उत्पादक मंडियों में समर की फसल की आवक बनी हुई है, जबकि महाराष्ट्र की कई मंडियों में खरीफ की नई उड़द की आवक शुरू हो गई है।

विदेशों से चेन्नई पहुंची उड़द की बड़ी मात्रा मिल मालिकों को पहले ही बेची जा चुकी है।

मध्य प्रदेश और राजस्थान में पिछले दिनों हुई बारिश एवं बाढ़ के कारण खरीफ उड़द की खड़ी फसल को नुकसान हुआ है, जिससे कीमतों में सुधार आया है।

कनाडा लाईन की मसूर के भाव मुंबई, मुंद्रा, कांडला और हजीरा बंदरगाह पर साथ ही आस्ट्रेलियाई मसूर के दाम मुंबई में 75 से 150 रुपये प्रति क्विंटल तेज हो गए।

कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में मसूर का उत्पादन कम होने की आशंका से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें तेज बनी हुई है, जिससे हाजिर बाजार में भी दाम तेज हुए हैं।

स्थानीय मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से रूस और सूडान के काबुली चना के भाव 50-150 रुपये घटकर क्रमश: 5,150 रुपये और 5,450 से 5,650 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। काबुली चना के आयात पर 40 फीसदी शुल्क होने के कारण आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं।

इसी तरह से मुंबई में तंजानिया लाईन के चना के भाव 75 रुपये बढ़कर 5,000 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

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