नई
दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से गुरूवार को मुंबई में शुरूआती
कारोबार में तंजानिया चना के भाव में तेजी दर्ज की गई, जबकि अन्य दालों के
दाम स्थिर बने रहे।
मुंबई में तंजानिया लाईन के चना के भाव 25 रुपये
बढ़कर 4,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हालांकि नेफेड विभिन्न राज्यों
में लगातार चना की बिकवाली कर रही है।
साथ ही व्यापारियों को इस
बात का डर है कि कहीं सरकार काबुली चने के आयात शुल्क कमी ना कर दे, या फिर
सफेद मटर के आयात पर लगे प्रतिबंध को हटा सकती है।
इस समय दालों
में थोक के साथ ही खुदर बाजार में मांग कमजोर बनी हुई है, लेकिन त्यौहारी
सीजन के कारण आगे इनकी मांग में सुधार आने की उम्मीद है।
सरकारी नीतियों के कारण मौजूदा दरों पर व्यापारी सीमित मात्रा में ही कारोबार कर रहे हैं।
दाल
मिलों की हाजिर मांग सीमित होने से बर्मा लाईन की लेमन अरहर नई के साथ ही
पुरानी के भाव क्रमश: 6,300 रुपये और 6,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर
बने रहे। विदेश से लगातार आवक होने के साथ ही चालू खरीफ में बुआई भी आगे चल
रही है। वहीं, अरुषा अरहर के साथ ही मोजाम्बिक लाईन की गजरी किस्म की अरहर
के भाव भी क्रमश: 6,250 से 6,300 रुपये और 6,150 से 6,200 रुपये प्रति
क्विंटल पर स्थिर हो गए। साथ ही सूडान की अरहर के भाव 6,600 रुपये प्रति
क्विंटल पर स्थिर बने रहे। चालू खरीफ में अरहर की बुआई 5.44 फीसदी बढ़ी है,
जबकि आगे आयातित अरहर ज्यादा मात्रा में आयेगी।
बर्मा उड़द एफएक्यू
नई और पुरानी के भाव क्रमश: 6,900 रुपये और 6,800 रुपये प्रति क्विंटल हो
गए। चालू खरीफ में उड़द की बुआई पिछे चल रही हैं, हालांकि विदेश के साथ ही
समर उड़द की आवक घरेलू मंडियों में बराबर बनी हुई है।
मध्य प्रदेश
और राजस्थान के कई जिलों में लगातार हो रही बारिश एवं बाढ़ से खरीफ उड़द की
खड़ी फसल को नुकसान की आशंका से कीमतों में तेजी तो आई थी, लेकिन बढ़े भाव
में मिलों की खरीद कम हुई है।
कनाडा लाईन की मसूर के भाव मुंबई,
कांडला, हजीरा और मुंद्रा बंदरगाह पर तथा आस्ट्रेलियाई मसूर के भाव मुंबई
में स्थिर बने रहे। केंद्र सरकार द्वारा मसूर के आयात शुल्क में कमी की गई
थी, लेकिन बड़े खरीददारों की मांग आयातित मसूर में बनी हुई है, इसलिए मसूर
की कीमतों में आगे तेजी की ही संभावना है।
मिलों की मांग बढ़ने से
सूडान लाईन के काबुली चना के भाव 5,350-5,550 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर
हो गए। रूस के काबुली चना के भाव 5,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने
रहे। हालांकि काबुली चना पर 40 फीसदी आयात शुल्क होने के कारण आयात पड़ते
नहीं लग रहे हैं।
12 अगस्त 2021
मुंबई में दाल मिलों की मांग बढ़ने से तंजानिया का चना तेज, अन्य दालें स्थिर
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