नई दिल्ली। स्टॉकिस्टों की बिकवाली बढ़ने के साथ ही दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से मंगलवार को दिल्ली के नया बाजार में बर्मा की अरहर में गिरावट दर्ज की गई, जबकि उड़द की कीमतों में तेजी आई।
विदेश से आवक बनी रहने के साथ ही बढ़े भाव में दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से बर्मा की लेमन अरहर पुरानी और नई के भाव में 25-25 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 6,500 रुपये और 6,625 प्रति क्विंटल रह गए।
मुंबई और चेन्नई में सुधार के संकेत के साथ ही नियमित विदेशी आपूर्ति और समर उड़द की घरेलू आवक बनी रहने के बावजूद भी चालू खरीफ में बुआई पिछड़ने से उड़द एसक्यू में मांग बढ़ गई। दिल्ली में बर्मा उड़द एसक्यू पुरानी और नई दोनों की कीमतों में 75-100 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 8,100 और 8,150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इसी तरह उड़द एफएक्यू नई के भाव भी 50 रुपये बढ़कर 7,025 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हालांकि दिल्ली में पुरानी एफक्यू का स्टॉक नहीं के बराबर बचा हुआ है।
मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बनने से खरीफ उड़द की फसल को नुकसान की आशंका से कीमतों में तेजी को समर्थन मिला है। हालांकि, नियमित विदेशी आपूर्ति और समर की उड़द की आवक बराबर बनी रहने से भाव में बढ़ी तेजी की उम्मीद अभी नहीं है।
दाल मिलों की हाजिर मांग सीमित होने के कारण मध्य प्रदेश और कनाडा की मसूर के भाव क्रमश: 6,950 और 6,800 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर अगस्त डिलीवरी वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 31 रुपये की गिरावट आई, जबकि सितंबर वायदा अनुबंध में इसकी कीमतों में 24 रुपये का मंदा आया।
10 अगस्त 2021
बढ़े भाव में मिलों की मांग घटने से दिल्ली में अरहर नरम, उड़द में सुधार
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