नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण मंगलवार को मुंबई में शुरूआती कारोबार में आयातित मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई जबकि अन्य दालों के दाम स्थिर बने रहे।
कनाडा लाईन की मसूर के भाव मुंबई, मुंद्रा और कांडला बंदरगाह पर तथा आस्ट्रेलियाई मसूर के भाव मुंबई में 15-25 रुपये घट गए। मौजूदा कीमतों पर मिलों की मांग कमजोर रही क्योंकि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा मसूर के आयात शुल्क को 30 फीसदी से घटाकर 20 फीसदी किया था, जिस कारण कीमतों पर दबाव है।
दालों में थोक साथ ही खुदरा में मांग कमजोर है, जबकि आयातित दालों बराबर आ रही है। साथ ही चालू खरीफ में दालों की बुआई में पिछले सप्ताह की तुलना में बढ़ोतरी हुई है।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से बर्मा लाईन की लेमन अरहर नई के साथ ही पुरानी के भाव क्रमश: 6,375 से 6,400 रुपये और 6,275 से 6,300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। वहीं, अरुषा अरहर के साथ ही मोजाम्बिक लाईन की गजरी किस्म की अरहर के भाव क्रमश: 6,200 रुपये और 6,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। सूडान लाईन की गजरी किस्म की अरहर के भाव भी 6,500 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
बर्मा उड़द एफएक्यू नई और पुरानी के भाव क्रमश: 6,700 से 6,725 रुपये और 6,600 से 6,625 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। उड़द में बढ़े दाम पर मिलों की मांग में कमी आई, जबकि विदेश के साथ ही समर उड़द की आवक घरेलू मंडियों में बराबर बनी हुई है।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से सूडान लाईन के काबुली चना के भाव 5,200-5,350 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए गए। रुस के काबूली चना के भाव 5,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। 40 फीसदी आयात शुल्क होने के कारण काबूली चना में आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं।
इसी तरह, तंजानिया चना के भाव 4,750 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। विभिन्न राज्यों में नेफेड खरीदे गए चना के स्टॉक की लगातार बिकवाली कर रही है।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर अगस्त वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 27 रुपये की तेजी आई, जबकि सितंबर वायदा अनुबंध में इसके भाव में 31 रुपये का सुधार आया।
03 अगस्त 2021
मुंबई में आयातित मसूर की कीमतों में मंदा, अन्य दालों के दाम स्थिर
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