नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण सोमवार को दिल्ली के नया बाजार में अरहर, चना और उड़द के साथ ही मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।
शुक्रवार को उपभोक्ता मामले मंत्रालय के सचिव ने दलहन के आयातकों, मिल मालिकों और थोक विक्रेताओं की ऑनलाइन बैठक की थी, जिसमें उन्हीनें पोर्टल पर दालों के स्टॉक की जानकारी देने को कहा था, उसके बाद से दलहन की कीमतों पर दबाव बना है। अत: सरकार की नीतियों को देखते हुए व्यापारी अभी दालों की खरीद कम कर रहे हैं।
दालों में थोक साथ ही खुदरा में मांग कमजोर है, जबकि आयातित दालों बराबर आ रही है। साथ ही चालू खरीफ में दालों की बुआई में पिछले सप्ताह की तुलना में बढ़ोतरी हुई है।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से बर्मा की लेमन अरहर नई और पुरानी के भाव में 25 से 50 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 6,525 रुपये और 6,400 प्रति क्विंटल रह गए।
चेन्नई के कमजोर संकेत के साथ ही चेन्नई बंदरगाह पर नियमित विदेशी आपूर्ति बनी रहने के साथ ही समर उड़द की घरेलू आवक होने से उड़द में ग्राहकी कमजोर हुई। दिल्ली में बर्मा उड़द एसक्यू पुरानी और नई दोनों की कीमतों में 100-100 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 7,700 और 7,750 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इसी तरह उड़द एफएक्यू नई के भाव भी 50 रुपये घटकर 6,750 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। हालांकि दिल्ली में पुरानी एफक्यू का स्टॉक नहीं के बराबर बचा हुआ है।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से कनाडा और मध्य प्रदेश की मसूर की कीमतों में 25 से 75 रुपये की गिरावट भाव क्रमश: 6,625 रुपये और 6,775 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। केंद्र सरकार ने मसूर के आयात शुल्क और कृषि सेस में कटौती की है।
लारेंस रोड़ पर चना की कीमतों में 100 रुपये का मंदा आकर राजस्थानी चना के भाव 5,050 से 5,075 रुपये और मध्य प्रदेश के चना के भाव 4,975 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
02 अगस्त 2021
दिल्ली में अरहर, चना और उड़द के साथ ही मसूर की कीमतों में गिरावट
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