आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्रीय पूल से खुले बाजार में दलहन और तिलहन की बिक्री बढ़ाई जायेगी। केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्री रामविलास पासवान टवीट कर कहा सरकार के पास भारी मात्रा में दलहन एवं तिलहन का स्टॉक है। हमने कृषि मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा है कि नाफेड के माध्यम से खरीदे हुए दलहन एवं तिलहन की जिसमें खासकर सरसों एवं चने की बाजार में तुरंत प्रभाव से बिक्री की जाए जिससे उपभोक्ता को उचित मूल्य पर दाल एवं तेल मिल सके।
राज्यों को निर्देश देकर दलहन की स्टॉक सीमा भी तय की जाएगी
उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस के माध्यम से भी दालों की आपूर्ति कर रही है एवं सरकार के पास बहुत अधिक मात्रा में दलहन एवं तिलहन का स्टॉक है। आने वाले समय में देश में दाल एवं तेल की कमी देखने को नहीं मिलेगी। जरूरत पड़ने पर राज्यों को निर्देश देकर दलहन की स्टॉक सीमा भी तय की जाएगी।
सरकार जमाखोरों पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करेगी
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से बढ़ती हुई दालों एवं तेलों की कीमतों पर सरकार की नजर है। इसका मुख्य कारण जमाखोरों ने दालों एवं तेलों में बनावटी तेजी का माहौल बना रखा है। सरकार जमाखोरों पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करेगी।
उत्पादक मंडियों में चना और सरसों के भाव एमएसपी से नीचे
सूत्रों के अनुसार नेफेड के पास इस समय 25 लाख टन दलहन का और 15 लाख टन तिलहन का स्टॉक है। इसके अलावा करीब 15 लाख दालों का स्टॉक केंद्रीय पूल में है। दलहन के कुल स्टॉक में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी चना की है जबकि तिलहन के कुल स्टॉक में 11 लाख टन सरसों है। नेफेड महाराष्ट्र में चना की बिक्री कम रही है जबकि हरियाणा में सरसों भी बेच रही है। उत्पादक मंडियों में सरसों के भाव 3,800 रुपये और चना के भाव 4,000 से 4,200 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि केंद्र सरकार ने सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4,200 रुपये और चना का 4,620 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। ....... आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्रीय पूल से खुले बाजार में दलहन और तिलहन की बिक्री बढ़ाई जायेगी। केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्री रामविलास पासवान टवीट कर कहा सरकार के पास भारी मात्रा में दलहन एवं तिलहन का स्टॉक है। हमने कृषि मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा है कि नाफेड के माध्यम से खरीदे हुए दलहन एवं तिलहन की जिसमें खासकर सरसों एवं चने की बाजार में तुरंत प्रभाव से बिक्री की जाए जिससे उपभोक्ता को उचित मूल्य पर दाल एवं तेल मिल सके।
राज्यों को निर्देश देकर दलहन की स्टॉक सीमा भी तय की जाएगी
उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस के माध्यम से भी दालों की आपूर्ति कर रही है एवं सरकार के पास बहुत अधिक मात्रा में दलहन एवं तिलहन का स्टॉक है। आने वाले समय में देश में दाल एवं तेल की कमी देखने को नहीं मिलेगी। जरूरत पड़ने पर राज्यों को निर्देश देकर दलहन की स्टॉक सीमा भी तय की जाएगी।
सरकार जमाखोरों पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करेगी
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से बढ़ती हुई दालों एवं तेलों की कीमतों पर सरकार की नजर है। इसका मुख्य कारण जमाखोरों ने दालों एवं तेलों में बनावटी तेजी का माहौल बना रखा है। सरकार जमाखोरों पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करेगी।
उत्पादक मंडियों में चना और सरसों के भाव एमएसपी से नीचे
सूत्रों के अनुसार नेफेड के पास इस समय 25 लाख टन दलहन का और 15 लाख टन तिलहन का स्टॉक है। इसके अलावा करीब 15 लाख दालों का स्टॉक केंद्रीय पूल में है। दलहन के कुल स्टॉक में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी चना की है जबकि तिलहन के कुल स्टॉक में 11 लाख टन सरसों है। नेफेड महाराष्ट्र में चना की बिक्री कम रही है जबकि हरियाणा में सरसों भी बेच रही है। उत्पादक मंडियों में सरसों के भाव 3,800 रुपये और चना के भाव 4,000 से 4,200 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि केंद्र सरकार ने सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 4,200 रुपये और चना का 4,620 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है। ....... आर एस राणा
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