आर एस राणा
नई दिल्ली। विश्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण चालू फसल सीजन में कपास का निर्यात तय लक्ष्य 50 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) से घटकर 46 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है। चालू खरीफ में कपास के बुआई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है तथा अभी तक मौसम भी फसल के अनुकूल है, इसलिए पहली अक्टूबर 2019 से शुरू होने वाले सीजन में कपास का उत्पादन पिछले साल से ज्यादा ही होने का अनुमान है।
काटन एडवाईजरी बोर्ड (सीएबी) ने पहली अक्टूबर 2018 से शुरू हुए चालू फसल सीजन में 50 लाख गांठ कपास के निर्यात का लक्ष्य तय किया था, जबकि 31 जुलाई तक 44.50 लाख गांठ का ही निर्यात हुआ है। सीएबी के अनुसार चालू सीजन में कुल निर्यात 46 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है। विश्व बाजार में कपास सस्ती है, इसलिए चालू सीजन में कपास का आयात बढ़कर 31 लाख गांठ होने का अनुमान है।
आयातित कपास है सस्ती
कपास की निर्यातक फर्म के सी टी एंड एसोसिएट के मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश राठी ने बताया कि चालू खरीफ में कपास की बुआई में बढ़ोतरी हुई है, तथा मौसम भी फसल के अनुकूल है। अत: आगे भी मौसम ठीक रहा तो चालू सीजन में उत्पादन पिछले साल से ज्यादा ही होगा। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद में गुरूवार को शंकर-6 किस्म की कपास का भाव 41,500 से 42,000 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) रहा। ब्राजील से आयातित कपास के भाव भारतीय बंदरगाह पर 38,000 से 39,000 प्रति कैंडी हैं। घरेलू मंडियों में कपास की नई फसल की आवक सितंबर में बनेगी, तथा अक्टूबर-नवंबर में आवक बढ़ेगी जिससे मौजूदा कीमतों में मंदा तो आयेगा, लेकिन कॉटन कार्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद कैसी करेगी। इस पर भी तेजी-मंदी निर्भर करेगी।
चालू सीजन में उत्पादन में आई कमी
कॉटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (सीएआई) के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में कपास का उत्पादन घटकर 312 लाख गांठ का हुआ है, जबकि इसके पिछले साल 365 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। जुलाई अंत तक उत्पादक मंडियों में 305.52 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है जोकि कुल उत्पादन का 98 फीसदी है। सीसीआई के पास इस समय कपास का करीब 9.5 से 10 लाख गांठ का बकाया स्टॉक है।
महाराष्ट्र में बुआई ज्यादा, गुजरात में कम
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में कपास की बुआई बढ़कर 118.73 लाख हेक्टयेर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 112.60 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। महाराष्ट्र में चालू खरीफ में कपास की बुआई बढ़कर 42.81 लाख हेक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 39.69 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। हालांकि गुजरात में चालू खरीफ में कपास की बुआई पिछले साल के 26.58 लाख हेक्टेयर से घटकर 24.69 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई है। अन्य राज्यों में तेलंगाना में 17.24 लाख हेक्टयेर में, आंध्रप्रदेश में 4.10 लाख हेक्टेयर में, हरियाणा में 6.76 लाख हेक्टेयर में, कर्नाटक 4.46 लाख हेक्टेयर में, मध्य प्रदेश 6.10 लाख हेक्टयेर में, पंजाब में 4.02 और राजस्थान में 6.44 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई है।...... आर एस राणा
नई दिल्ली। विश्व बाजार में कीमतें कम होने के कारण चालू फसल सीजन में कपास का निर्यात तय लक्ष्य 50 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) से घटकर 46 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है। चालू खरीफ में कपास के बुआई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी हुई है तथा अभी तक मौसम भी फसल के अनुकूल है, इसलिए पहली अक्टूबर 2019 से शुरू होने वाले सीजन में कपास का उत्पादन पिछले साल से ज्यादा ही होने का अनुमान है।
काटन एडवाईजरी बोर्ड (सीएबी) ने पहली अक्टूबर 2018 से शुरू हुए चालू फसल सीजन में 50 लाख गांठ कपास के निर्यात का लक्ष्य तय किया था, जबकि 31 जुलाई तक 44.50 लाख गांठ का ही निर्यात हुआ है। सीएबी के अनुसार चालू सीजन में कुल निर्यात 46 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है। विश्व बाजार में कपास सस्ती है, इसलिए चालू सीजन में कपास का आयात बढ़कर 31 लाख गांठ होने का अनुमान है।
आयातित कपास है सस्ती
कपास की निर्यातक फर्म के सी टी एंड एसोसिएट के मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश राठी ने बताया कि चालू खरीफ में कपास की बुआई में बढ़ोतरी हुई है, तथा मौसम भी फसल के अनुकूल है। अत: आगे भी मौसम ठीक रहा तो चालू सीजन में उत्पादन पिछले साल से ज्यादा ही होगा। उन्होंने बताया कि अहमदाबाद में गुरूवार को शंकर-6 किस्म की कपास का भाव 41,500 से 42,000 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) रहा। ब्राजील से आयातित कपास के भाव भारतीय बंदरगाह पर 38,000 से 39,000 प्रति कैंडी हैं। घरेलू मंडियों में कपास की नई फसल की आवक सितंबर में बनेगी, तथा अक्टूबर-नवंबर में आवक बढ़ेगी जिससे मौजूदा कीमतों में मंदा तो आयेगा, लेकिन कॉटन कार्पोरेशन आफ इंडिया (सीसीआई) न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद कैसी करेगी। इस पर भी तेजी-मंदी निर्भर करेगी।
चालू सीजन में उत्पादन में आई कमी
कॉटन एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (सीएआई) के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में कपास का उत्पादन घटकर 312 लाख गांठ का हुआ है, जबकि इसके पिछले साल 365 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था। जुलाई अंत तक उत्पादक मंडियों में 305.52 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है जोकि कुल उत्पादन का 98 फीसदी है। सीसीआई के पास इस समय कपास का करीब 9.5 से 10 लाख गांठ का बकाया स्टॉक है।
महाराष्ट्र में बुआई ज्यादा, गुजरात में कम
कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में कपास की बुआई बढ़कर 118.73 लाख हेक्टयेर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 112.60 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। महाराष्ट्र में चालू खरीफ में कपास की बुआई बढ़कर 42.81 लाख हेक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 39.69 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। हालांकि गुजरात में चालू खरीफ में कपास की बुआई पिछले साल के 26.58 लाख हेक्टेयर से घटकर 24.69 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई है। अन्य राज्यों में तेलंगाना में 17.24 लाख हेक्टयेर में, आंध्रप्रदेश में 4.10 लाख हेक्टेयर में, हरियाणा में 6.76 लाख हेक्टेयर में, कर्नाटक 4.46 लाख हेक्टेयर में, मध्य प्रदेश 6.10 लाख हेक्टयेर में, पंजाब में 4.02 और राजस्थान में 6.44 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई है।...... आर एस राणा
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