आर एस राणा
नई दिल्ली। महीनेभर से देश के कई अधिकांश क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने के बावजूद भी खरीफ फसलों की बुआई 4.06 फीसदी पिछड़ी है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में फसलों की बुआई 975.16 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 997.67 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। खरीफ की प्रमुख फसल धान के साथ ही दलहन की बुआई पिछे चल रही है।
मौसम विभाग के अनुसार चालू मानसूनी सीजन में पहली जून से 23 अगस्त तक देशभर में बारिश सामान्य से एक फीसदी ही कम हुई है। हालांकि जून और मध्य जुलाई तक बारिश सामान्य से कम हुई थी लेकिन मध्य जुलाई के बाद से बारिश की स्थिति में सुधार आया है। पहली जून से 23 अगस्त तक देशभर में सामान्यत: 658.5 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि चालू खरीफ में इस दौरान 652.2 मिलीमीटर बारिश हुई है।
धान और दलहन की बुआई पिछड़ी
कृषि मंत्रालय के अनुसार धान की रोपाई चालू खरीफ में 6.43 फीसदी पिछड़ कर अभी तक केवल 334.92 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 357.97 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। दालों की बुआई भी घटकर 124.56 लाख हेक्टेयर में ही पाई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 3.08 फीसदी घटी है। पिछले साल इस समय तक देशभर में 128.53 लाख हेक्टेयर में दालों की बुआई हो चुकी थी। खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुआई में सुधार आया है, इसकी बुआई 43.43 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस सयम तक 43.26 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। मूंग की बुआई चालू खरीफ में 29.86 और उड़द की 35.10 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 32.65 और 37.43 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
मक्का और बाजरा में बुआई पिछले साल से ज्यादा
मोटे अनाजों की बुआई पिछले साल के 164.09 लाख हेक्टेयर से बढ़कर चालू खरीफ में 165.03 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। मोटे अनाजों में मक्का की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 75.09 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 73.73 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। बाजरा की बुआई भी चालू खरीफ में बढ़कर 65.02 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 62.02 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। ज्वार की बुआई पिछले साल के 17.41 लाख हेक्टेयर से घटकर चालू सीजन में 14.97 लाख हेक्टेयर में ही हुई है।
सोयाबीन और कपास की बुआई बढ़ी, मूंगफली की घटी
तिलहन की बुआई चालू खरीफ में 167.89 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 167.55 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुआई पिछले साल के 111.50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 112.51 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। मूंगफली की बुआई चालू खरीफ में घटकर 36.03 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 37.55 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। कपास की बुआई चालू खरीफ में पिछले साल के 116.85 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 123.54 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। गन्ने की बुआई चालू खरीफ में 52.37 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 55.47 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी।.......... आर एस राणा
नई दिल्ली। महीनेभर से देश के कई अधिकांश क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने के बावजूद भी खरीफ फसलों की बुआई 4.06 फीसदी पिछड़ी है। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू खरीफ में फसलों की बुआई 975.16 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 997.67 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। खरीफ की प्रमुख फसल धान के साथ ही दलहन की बुआई पिछे चल रही है।
मौसम विभाग के अनुसार चालू मानसूनी सीजन में पहली जून से 23 अगस्त तक देशभर में बारिश सामान्य से एक फीसदी ही कम हुई है। हालांकि जून और मध्य जुलाई तक बारिश सामान्य से कम हुई थी लेकिन मध्य जुलाई के बाद से बारिश की स्थिति में सुधार आया है। पहली जून से 23 अगस्त तक देशभर में सामान्यत: 658.5 मिलीमीटर बारिश होती है जबकि चालू खरीफ में इस दौरान 652.2 मिलीमीटर बारिश हुई है।
धान और दलहन की बुआई पिछड़ी
कृषि मंत्रालय के अनुसार धान की रोपाई चालू खरीफ में 6.43 फीसदी पिछड़ कर अभी तक केवल 334.92 लाख हेक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 357.97 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। दालों की बुआई भी घटकर 124.56 लाख हेक्टेयर में ही पाई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 3.08 फीसदी घटी है। पिछले साल इस समय तक देशभर में 128.53 लाख हेक्टेयर में दालों की बुआई हो चुकी थी। खरीफ दलहन की प्रमुख फसल अरहर की बुआई में सुधार आया है, इसकी बुआई 43.43 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस सयम तक 43.26 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी। मूंग की बुआई चालू खरीफ में 29.86 और उड़द की 35.10 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले की समान अवधि में इनकी बुआई क्रमश: 32.65 और 37.43 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी।
मक्का और बाजरा में बुआई पिछले साल से ज्यादा
मोटे अनाजों की बुआई पिछले साल के 164.09 लाख हेक्टेयर से बढ़कर चालू खरीफ में 165.03 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। मोटे अनाजों में मक्का की बुआई चालू खरीफ में बढ़कर 75.09 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 73.73 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। बाजरा की बुआई भी चालू खरीफ में बढ़कर 65.02 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 62.02 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हुई थी। ज्वार की बुआई पिछले साल के 17.41 लाख हेक्टेयर से घटकर चालू सीजन में 14.97 लाख हेक्टेयर में ही हुई है।
सोयाबीन और कपास की बुआई बढ़ी, मूंगफली की घटी
तिलहन की बुआई चालू खरीफ में 167.89 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 167.55 लाख हेक्टेयर में ही बुआई हो पाई थी। खरीफ तिलहन की प्रमुख फसल सोयाबीन की बुआई पिछले साल के 111.50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 112.51 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। मूंगफली की बुआई चालू खरीफ में घटकर 36.03 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 37.55 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। कपास की बुआई चालू खरीफ में पिछले साल के 116.85 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 123.54 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है। गन्ने की बुआई चालू खरीफ में 52.37 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 55.47 लाख हेक्टेयर में बुआई हो चुकी थी।.......... आर एस राणा
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