आर एस राणा
नई
दिल्ली। पहले से ही मौसम की मार झेल रहे महाराष्ट्र, गुजरात के साथ ही
झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के किसानों की
मुश्किले गर्मियों में और बढ़ सकती है। इन राज्यों के जलाशयों में पानी का
स्तर पिछले दस साल के औसत स्तर से भी नीचे चला गया है, जोकि चिंताजनक है।
खरीफ में मानसूनी बारिश कम होने के कारण देश के कई राज्यों ने पहले ही सूखा
घोषित किया हुआ है, ऐसे में जलाशयों में पानी का स्तर औसत से भी कम होने
के कारण आगे गर्मियों के सीजन में किसानों को और मुश्किलों का सामाना करना
पड़ सकता है।
महाराष्ट्र और गुजरात में मानसूनी बारिश औसत से कम
हुई थी, जिस कारण इन राज्यों में खरीफ के साथ ही रबी फसलों का उत्पादन भी
प्रभावित हुआ है। जलाशयों में पानी कम होने के कारण इन राज्यों के किसानों
को गर्मियों में फसलों की सिंचाई के लिए पानी की किल्लत हो सकती है।
गुजरात और महाराष्ट्र के जलाशयों में जलस्तर काफी नीचे
केंद्रीय
जल संसाधन मंत्रालय के अनुसार 17 जनवरी 2019 को पश्चिमी क्षेत्र के गुजरात
तथा महाराष्ट्र के 27 जलाशयों में पानी का स्तर घटकर कुल भंडारण क्षमता का
37 फीसदी ही रह गया है जोकि पिछले दस साल का औसत अनुमान 52 फीसदी से भी
काफी कम है। पिछले साल की समान अवधि में पश्चिमी क्षेत्र के जलाशयों में
कुल भंडारण क्षमता का 50 फीसदी पानी था।
पूर्वी क्षेत्र के जलाशयों में भी जलस्तर घटा
यही
हाल पूर्वी क्षेत्र के झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं त्रिपुरा के 15
जलाशयों का भी है। इन जलाशयों में पानी का स्तर घटकर इनकी कुल भंडारण
क्षमता के 61 फीसदी पर आ गया जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में इन जलाशयों
में पानी का स्तर 69 फीसदी था। इन जलाशयों में पानी का स्तर पिछले 10 साल
के औसतन अनुमान 64 फीसदी से भी कम है।
दक्षिण के जलाशयों में पिछले साल के बराबर
इसी
तरह से दक्षिण भारत के जिलों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और
तमिलनाडु के 31 जलाशयों में पानी का स्तर दस साल के औसत स्तर से नीचे आ गया
है। इन जलाशयों में पानी का स्तर कुल भंडारण क्षमता का 41 फीसदी ही रह गया
है जोकि दस साल के औसत 47 फीसदी से कम है। वैसे, पिछले साल की समान अवधि
में इन राज्यों के जलाशयों में पानी का स्तर केवल 41 फीसदी ही था।
मध्य क्षेत्र में पानी का स्तर पिछले साल से ज्यादा
मध्य
क्षेत्र के उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ के 12
जलाशयों में पानी का स्तर उनकी कुल भंडारण क्षमता के 52 फीसदी पर है जोकि
पिछले दस साल के औसतन 52 फीसदी के लगभग बराबर ही है।पिछले साल के 45 फीसदी
से जरुर मध्य क्षेत्र के जलाशयों में पानी का स्तर ज्यादा है।
उत्तर क्षेत्र के जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ा
देश
के उत्तरी क्षेत्र के जलाशयों में भी पानी की स्थिति ठीक है। हिमाचल,
पंजाब तथा राजस्थान के 6 जलाशयों में पानी का स्तर 62 फीसदी है जोकि पिछले
दस साल के औसत 48 फीसदी से ज्यादा है। पिछले साल की समान अवधि में उत्तरी
क्षेत्र के जलाशयों में कुल क्षमता का 47 फीसदी पानी ही था।..... आर एस राणा
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