आर एस राणा
नई
दिल्ली। चालू तेल वर्ष 2018-19 (अक्टूबर से सितंबर) की पहली तिमाही में
सोया डीओसी के निर्यात में 2.3 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 6.74 लाख
टन का ही हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 6.90 लाख टन का हुआ
था।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए) के कार्यकारी
निदेशक डी एन पाठक ने बताया कि दिसंबर में सोया डीओसी का निर्यात 2.78 लाख
टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल दिसंबर में 2.82 लाख टन का निर्यात हुआ था।
उन्होंने बताया कि चालू तेल वर्ष की पहली तिमाही के अक्टूबर में तो
निर्यात ज्यादा हुआ था, लेकिन नवंबर और दिसंबर में निर्यात में कमी आई है।
ईरान की आयात मांग ज्यादा, अन्य देशों की कम
साई
सिमरन फूड लिमिटेड के अध्यक्ष नरेश गोयनका ने बताया कि सोया डीओसी में
ईरान की आयात मांग बढ़ी है, लेकिन अन्य देशों की आयात मांग कमजोर है। घरेलू
बाजार में सोया डीओसी के भाव में चालू महीने में करीब 2,000 से 2,500
रुपये प्रति टन की तेजी आकर सोमवार को कांडला बंदरगाह पर भाव 31,000 से
31,500 रुपये प्रति टन हो गए हैं, तथा उंचे भाव में निर्यात सौदे कम हो रहे
है। इसलिए भाव रुकने की संभावना है। उत्पादक राज्यों में सोयाबीन के
प्लांट डिलीवरी भाव बढ़कर 3,700 रुपये और सोया रिफाइंड तेल के भाव 760 से
765 रुपये प्रति 10 किलो हो गए हैं। ईरान को सोया डीओसी के निर्यात सौदे
435 से 440 डॉलर प्रति टन की दर से हो रहे हैं।
उत्पादन अनुमान ज्यादा
कृषि
मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2018-19 में सोयाबीन
की उत्पादन बढ़कर 134.59 लाख टन का होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका
उत्पादन 109.81 लाख टन का हुआ था। उद्योग के अनुसार सोयाबीन का उत्पादन
114.83 लाख टन होने का अनुमान है।....... आर एस राणा
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