आर एस राणा
नई
दिल्ली। केंद्र सरकार भले ही वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का
वायदा बार-बार दोहरा रही है लेकिन हालत यह है कि प्याज और लहसून के बाद आलू
किसानों को भी मुनाफा तो दूर लागत भी नहीं मिल पा रही है। उत्पादक राज्यों
की मंडियों में आलू के भाव घटकर 2 से 5 रुपये प्रति किलो रह गए हैं।
उत्तर
प्रदेश के मेरठ जिले के बहचौला गांव के आलू किसान अंबुज शर्मा ने बताया कि
दो एकड़ में आलू की फसल लगाई हुई है, लेकिन कीमतों में आई भारी गिरावट से
मुनाफा तो दूर लागत भी वसूल नहीं हो रही है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में
आलू का भाव घटकर पहली जनवरी को 360 से 800 रुपये प्रति क्विंटल रह गया।
परिवहन लागत और अन्य खर्च निकालने के बाद किसानों को 150 से 400 रुपये
प्रति क्विंटल का भाव ही मिल रहा है। जबकि इससे ज्यादा खर्च खेत से आलू की
निकासी की मजदूरी में आ रहा है।
अक्टूबर से अभी तक 450 से 750 रुपये का आ चुका है मंदा
आगरा
के सादाबाद के किसान अर्नव भार्गव ने बताया कि अक्टूबर से अभी तक आलू की
कीमतों में करीब 450 से 750 रुपये प्रति क्विंटल की भारी गिरावट आ चुकी है।
फरुकाबाद मंडी में 15 अक्टूबर को आलू का भाव 800 से 1,250 रुपये क्विंटल
था, जबकि पहली जनवरी को मंडी में आलू का भाव घटकर 350 से 500 रुपये प्रति
क्विंटल रह गया। उन्होंने बताया कि आलू की कीमतों में आई गिरावट से भारी
घाटा लग रहा है। उधर पंजाब की फिरोजपुर मंडी में आलू के भाव घटकर 200 से
350 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि अक्टूबर में इसके भाव 700 से 900
रुपये प्रति क्विंटल थे।
आवक की तुलना में मांग कमजोर
दिल्ली
की आजादपुर मंडी के पोटेटो ऐंड अनियन मर्चेंट एसोसिएशन (पोमा) के महासचिव
राजेंद्र शर्मा ने बताया कि पंजाब और हिमाचल के बाद उत्तर प्रदेश से भी नए
आलू की आवक शुरू हो गई है। आवक के मुकाबले मांग कम होने से भाव में मंदा
आया है। आजादपुर मंडी में 18 से 19 हजार क्विंटल आलू की आवक हो रही है तथा
नए आलू के भाव घटकर 360 से 800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए जबकि पुराना आलू
150 से 400 रुपये क्विंटल बिक रहा है।
आलू का उत्पादन अनुमान ज्यादा
कृषि
मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2017-18 में आलू का
उत्पादन बढ़कर 493,44,000 टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका
उत्पादन 486,05,000 टन का ही हुआ था।
वित्त वर्ष 2017-18 में बढ़ा निर्यात
राष्ट्रीय
बागवानी एवं अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एनएचआरडीएफ) के अनुसार वित्त
वर्ष 2017-18 के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान 3,07,409 टन आलू
का निर्यात हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में कुल निर्यात 2,55,725 टन का
ही हुआ था।............. आर एस राणा
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