आर एस राणा
नई
दिल्ली। उद्योग के अनुसार कपास की उत्पादन चालू सीजन में घटकर 335 लाख
गांठ (एक गांठ-170 किलो) ही होने का अनुमान है जोकि पहले अनुमान के मुकाबले
5.25 लाख गांठ और पिछले साल की तुलना में 30 लाख गांठ कम है।
कॉटन
एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात और
महाराष्ट्र में खरीफ सीजन में सामान्य से कम हुई मानसूनी बारिश के कारण
उत्पादन में कमी आई है। बारिश की कमी के कारण महाराष्ट्र और गुजरात की
राज्य सरकारों ने कई जिलों में सूखा घोषित किया हुआ है।
आवकों में आई कमी
सीएआई
के अध्यक्ष अतुल एस. गणात्रा के अनुसार चालू सीजन में 31 दिसंबर तक
उत्पादक मंडियों में 115.97 लाख गांठ कपास की ही आवक हुई है जबकि पिछले साल
इस समय तक 142.50 लाख गांठ की आवक हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि चालू
सीजन में पहली अक्टूबर को 23 लाख गांठ कपास का ही बकाया स्टॉक बचा हुआ था
जबकि अभी तक 3.53 लाख गांठ का आयात हो चुका है। पहले अनुमान में कपास के
उत्पादन का अनुमान 340.25 लाख गांठ होने का था, जबकि पिछले साल 365 लाख
गांठ कपास का उत्पादन हुआ था।
निर्यात घटने और आयात बढ़ने की आशंका
सीआईए
के अनुसार 31 दिसंबर तक 17 लाख गांठ कपास के निर्यात सौदे हो चुके हैं
जबकि कुल निर्यात 51 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है। पिछले साल 69 लाख
गांठ कपास का निर्यात हुआ था। उद्योग के अनुसार चालू सीजन में कपास का आयात
बढ़कर 27 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि पिछले साल 15 लाख गांठ का ही
आयात हुआ था।
गुजरात और महाराष्ट्र में उत्पादन कम
उद्योग
के अनुसार चालू फसल सीजन 2018-19 में गुजरात में कपास का उत्पादन घटकर
83.50 लाख गांठ ही होने का अनुमान है जबकि पिछले साल राज्य में 105 लाख
गांठ कपास का उत्पादन हुआ था। इसी तरह से महाराष्ट्र में कपास का उत्पादन
पिछले साल के 83 लाख गांठ से घटकर 77 लाख गांठ का ही होने का अनुमान है।
दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में भी
उत्पादन पिछले साल के 94.50 लाख गांठ से घटकर 86 लाख गांठ ही होने का
अनुमान है। हालांकि उत्तर भारत के राज्यों पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में
कपास का उत्पादन चालू सीजन में बढ़कर 60 लाख गांठ होने का अनुमान है जबकि
पिछले साल इन राज्यों में 56 लाख गांठ का उत्पादन हुआ था।........ आर एस राणा
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