दक्षिण पश्चिम मानसून के बीत जाने के बाद देशभर में बारिश थम सी गई है।
चिंता वाली बात ये है कि देश के अधिकांश हिस्सों में पोस्ट मानसून सीजन के
बाद बारिश कम हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अब तक पोस्ट
मानसून सीजन यानी पहली अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक देशभर में सामान्य की
तुलना में 39 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक पहली अक्टूबर से लेकर 17
नवंबर तक देशभर में सिर्फ 60.9 मिलीमीटर बरसात हुई है जबकि सामान्य तौर पर
इस अवधि में 99.4 मिलीमीटर बारिश हो जाती है। सबसे कम बारिश उत्तर-पश्चिम
और दक्षिण भारत में हुई है।
उत्तर-पश्चिम भारत यानि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर
प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में इस दौरान सिर्फ 14.9
मिलीमीटर ही बारिश हुई है। ये औसत से करीब 59 फीसदी कम है।
दक्षिण भारत की बात करें तो वहां पर पोस्ट मानसून सीजन के
दौरान औसत के मुकाबले 67 फीसदी कम बरसात दर्ज की गई है। पूरे दक्षिण भारत
में इस दौरान सिर्फ 69.7 मिलीमीटर वर्षा हुई है जबकि सामान्य तौर पर 211.7
मिलीमीटर बारिश होती है।
हालांकि मध्य भारत और पूर्वी भारत में हालात लगभग सामान्य
हैं। मध्य भारत में तो औसत के मुकाबले 2 फीसदी ज्यादा ही बरसात हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक पोस्ट मानसून सीजन के दौरान मध्य भारत में 68.3
मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर 67.2 मिलीमीटर बारिश
होती है।
वहीं, अगर हम पिछले एक हफ्ते यानी 10 से 16 नवंबर की बात
करें… तो भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार देशभर में 87 फीसदी कम बारिश
दर्ज की गई है। इस दौरान सामान्य तौर पर 6.5 मिलीमीटर बारिश होती है मगर
पिछले एक हफ्ते में यह आंकड़ा महज 0.9 फीसदी है जोकि 87 फीसदी कम है।
ज्यादा चिंता वाली बात ये है कि उत्तर पश्चिम भारत में इस
दौरान बारिश हुई ही नहीं है। मध्य भारत में 94 फीसदी कम बारिश हुई है यानी
यहां पर 2.9 मिलीमीटर के मुकाबले 0.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
पिछले एक हफ्ते में दक्षिण भारत में भी हालात ठीक नहीं है ।
यहां पर 80 फीसदी कम बारिश देखने को मिली है। दक्षिण भारत में 19.3
मिलीमीटर की तुलना में सिर्फ 3.9 मिलीमीटर बारिश ही दर्ज की गई है। पूर्वी
और उत्तर पूर्वी भारत में भी 98 फीसदी कम बारिश हुई है। यहां पर सामान्य
6.3 मिलीमीटर बारिश के मुकाबले महज 0.1 मिलीमीटर बारिश हुई है।
देशभर में इस समय रबी फसलों की बुआई का सीजन चल रहा है। जानकारों के अनुसार
उत्तर-पश्चिम और दक्षिण भारत में बारिश की कमी की वजह से रबी की बुआई
प्रभावित हो सकती है। अब तक बुआई में हालांकि ज्यादा कमी नहीं आई है लेकिन पूरा नवंबर अगर हालात
ऐसे ही रहते हैं तो रबी के रकबे को लेकर चिंता जरुर बढ़ जाएगी।
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