आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में गेहूं की बुवाई ज्यादा होने का अनुमान है। चालू सीजन में गेहूं के भाव में आई तेजी के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में की गई बढ़ोतरी के कारण किसान गेहूं की बुवाई ज्यादा क्षेत्रफल में कर रहे हैं। कृषि मंत्रालय के अनुसार 25 नवंबर तक देषभर में 127.15 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इस समय तक केवल 117.32 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
दिल्ली में गेहूं के भाव 2,000 से 2,200 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं का भाव बंदरगाह पहुंच 243 से 245 डॉलर प्रति टन है, उधर यूक्रेन से आयातित लाल गेहूं का भाव करीब 200 डॉलर प्रति टन है। माना जा रहा है कि जनवरी षिपमेंट के आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं के सौदे करीब 15 से 20 डॉलर प्रति टन कम की दर पर हो रहे हैं, इसलिए दिसंबर महीने में घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतों में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आ सकता है।
सबसे बड़े प्रमुख उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेष में गेहूं की बुवाई चालू रबी में अभी तक 30.15 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 25.27 लाख हैक्टेयर में हुई थी। इसी तरह से पंजाब में बुवाई बढ़कर चालू रबी में 27.45 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 26.16 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेष में पिछले साल के 23.69 लाख हैक्टेयर से बढ़कर चालू रबी में अभी तक 30.27 लाख हैक्टेयर में तथा राजस्थान में चालू रबी में 12.46 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 12.21 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
हरियाणा में चालू रबी में गेहूं की बुवाई में कमी आई है। राज्य में अभी तक केवल 14.91 लाख हैक्टेयर में ही गेहूं की बुवाई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 15.60 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। अन्य राज्यों में बिहार में 2.10 लाख हैक्टेयर में, गुजरात में 1.16 लाख हैक्टेयर में और महाराष्ट्र में 1.57 लाख हैक्टेयर में तथा उत्तराखं डमें 2 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी है।.................आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी में गेहूं की बुवाई ज्यादा होने का अनुमान है। चालू सीजन में गेहूं के भाव में आई तेजी के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में की गई बढ़ोतरी के कारण किसान गेहूं की बुवाई ज्यादा क्षेत्रफल में कर रहे हैं। कृषि मंत्रालय के अनुसार 25 नवंबर तक देषभर में 127.15 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इस समय तक केवल 117.32 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
दिल्ली में गेहूं के भाव 2,000 से 2,200 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं का भाव बंदरगाह पहुंच 243 से 245 डॉलर प्रति टन है, उधर यूक्रेन से आयातित लाल गेहूं का भाव करीब 200 डॉलर प्रति टन है। माना जा रहा है कि जनवरी षिपमेंट के आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं के सौदे करीब 15 से 20 डॉलर प्रति टन कम की दर पर हो रहे हैं, इसलिए दिसंबर महीने में घरेलू बाजार में गेहूं की कीमतों में 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल का सुधार आ सकता है।
सबसे बड़े प्रमुख उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेष में गेहूं की बुवाई चालू रबी में अभी तक 30.15 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 25.27 लाख हैक्टेयर में हुई थी। इसी तरह से पंजाब में बुवाई बढ़कर चालू रबी में 27.45 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 26.16 लाख हैक्टेयर में, मध्य प्रदेष में पिछले साल के 23.69 लाख हैक्टेयर से बढ़कर चालू रबी में अभी तक 30.27 लाख हैक्टेयर में तथा राजस्थान में चालू रबी में 12.46 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 12.21 लाख हैक्टेयर में ही बुवाई हुई थी।
हरियाणा में चालू रबी में गेहूं की बुवाई में कमी आई है। राज्य में अभी तक केवल 14.91 लाख हैक्टेयर में ही गेहूं की बुवाई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में 15.60 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। अन्य राज्यों में बिहार में 2.10 लाख हैक्टेयर में, गुजरात में 1.16 लाख हैक्टेयर में और महाराष्ट्र में 1.57 लाख हैक्टेयर में तथा उत्तराखं डमें 2 लाख हैक्टेयर में गेहूं की बुवाई हो चुकी है।.................आर एस राणा
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