पहली छमाही में चीनी का निर्यात 25.79 फीसदी बढ़ा
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई 2016-17 के लिए उत्तर प्रदेष में गन्ने के राज्य समर्थित मूल्य (एसएपी) में 30 की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार और चीनी मिलें इस पर सहमत हो गई है इसलिए चालू पेराई सीजन के लिए गन्ने का एसएपी 30 रुपये बढ़ाकर 310 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने का अनुमान है।
पिछले तीन साल से उत्तर प्रदेष में गन्ने के एसएपी में बढ़ोतरी नहीं की गई थी लेकिन चुनावी साल होने के कारण पेराई सीजन 2016-17 के लिए एसएपी में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी पर सहमति बन गई है। बताया जा रहा है कि राज्य की चीनी मिलों में गन्ने की पेराई अगले सप्ताह से चालू हो जायेगी। इसका असर घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों पर ज्यादा नहीं पड़ेगा। दिल्ली में मंगलवार को चीनी के भाव 3,800 से 3,850 रुपये और उत्तर प्रदेष में एक्स फैक्ट्री भाव 3,550 से 3,625 रुपये प्रति क्विंटल (टैक्स अलग) रहे। माना जा रहा है कि पेराई आरंभ होने के बाद इसकी कीमतों में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट तो आयेगी, लेकिन आगे ब्याह-षादियों का सीजन है इसलिए बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है।
केंद्र सरकार ने जहां चीनी के आयात पर 40 फीसदी का षुल्क लगा रखा है, वहीं निर्यात पर 25 फीसदी का षुल्क है। विष्व बाजार में सफेद चीनी के भाव 610 डॉलर प्रति टन है लेकिन आयात षुल्क होने के कारण आयात संभव नहीं है। घरेलू बाजार में चीनी के मौजूदा भाव में निर्यात पड़ते भी नहीं है। ऐसे में निर्यात और आयात सीमित मात्रा में ही संभव है। जानकारों का मानना है कि घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों में ज्यादा तेजी आई तो केंद्र सरकार आयात षुल्क को कम कर सकती है, या फिर हटा भी सकती है इसलिए आगे बड़ी तेजी की संभावना भी नहीं है।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान चीनी का निर्यात मूल्य के हिसाब से 25.79 फीसदी ज्यादा हुआ है। अप्रैल से सितंबर के दौरान मूल्य के हिसाब से चीनी का निर्यात बढ़कर 4,318.45 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 3,433.09 करोड़ रुपये का हुआ था।.............आर एस राणा
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू पेराई 2016-17 के लिए उत्तर प्रदेष में गन्ने के राज्य समर्थित मूल्य (एसएपी) में 30 की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार और चीनी मिलें इस पर सहमत हो गई है इसलिए चालू पेराई सीजन के लिए गन्ने का एसएपी 30 रुपये बढ़ाकर 310 रुपये प्रति क्विंटल किए जाने का अनुमान है।
पिछले तीन साल से उत्तर प्रदेष में गन्ने के एसएपी में बढ़ोतरी नहीं की गई थी लेकिन चुनावी साल होने के कारण पेराई सीजन 2016-17 के लिए एसएपी में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी पर सहमति बन गई है। बताया जा रहा है कि राज्य की चीनी मिलों में गन्ने की पेराई अगले सप्ताह से चालू हो जायेगी। इसका असर घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों पर ज्यादा नहीं पड़ेगा। दिल्ली में मंगलवार को चीनी के भाव 3,800 से 3,850 रुपये और उत्तर प्रदेष में एक्स फैक्ट्री भाव 3,550 से 3,625 रुपये प्रति क्विंटल (टैक्स अलग) रहे। माना जा रहा है कि पेराई आरंभ होने के बाद इसकी कीमतों में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट तो आयेगी, लेकिन आगे ब्याह-षादियों का सीजन है इसलिए बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है।
केंद्र सरकार ने जहां चीनी के आयात पर 40 फीसदी का षुल्क लगा रखा है, वहीं निर्यात पर 25 फीसदी का षुल्क है। विष्व बाजार में सफेद चीनी के भाव 610 डॉलर प्रति टन है लेकिन आयात षुल्क होने के कारण आयात संभव नहीं है। घरेलू बाजार में चीनी के मौजूदा भाव में निर्यात पड़ते भी नहीं है। ऐसे में निर्यात और आयात सीमित मात्रा में ही संभव है। जानकारों का मानना है कि घरेलू बाजार में चीनी की कीमतों में ज्यादा तेजी आई तो केंद्र सरकार आयात षुल्क को कम कर सकती है, या फिर हटा भी सकती है इसलिए आगे बड़ी तेजी की संभावना भी नहीं है।
चालू वित्त वर्ष 2016-17 की पहली छमाही अप्रैल से सितंबर के दौरान चीनी का निर्यात मूल्य के हिसाब से 25.79 फीसदी ज्यादा हुआ है। अप्रैल से सितंबर के दौरान मूल्य के हिसाब से चीनी का निर्यात बढ़कर 4,318.45 करोड़ रुपये का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 3,433.09 करोड़ रुपये का हुआ था।.............आर एस राणा
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