आर एस राणा
नई दिल्ली। अक्टूबर का समाप्त हुए तेल वर्ष 2015-16 (नवंबर-15 से अक्टूबर-16) के दौरान देष में वनस्पति तेलों (खाद्य एवं अखाद्य तेलों) के आयात में बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान वनस्पति तेलों का आयात बढ़कर 147.4 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 146.1 लाख टन वनस्पति तेलों का आयात हुआ था। कुल आयात में खाद्य तेलों की हिस्सेदारी जहां 145.1 लाख टन की है, वहीं अखाद्य तेलों का आयात इस दौरान 1.7 लाख टन का हुआ है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएषन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अक्टूबर महीने में वनस्पति तेलों का आयात घटकर 1,173,254 टन का हुआ है जबकि पिछले साल अक्टूबर में 1,670,891 टन का आयात हुआ था।
वनस्पति तेलों के आयात में पिछले पांच साल में करीब 45 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। तेल वर्ष 2011-12 में देष में 101.9 लाख टन तेलों का आयात हुआ था जबकि तेल वर्ष 2015-16 में आयात बढ़कर 147.4 लाख टन का हुआ है।
पहली नवंबर को देषभर में 7,05,000 टन खाद्य एवं अखाद्य तेलों का स्टॉक मौजूद है, जिसमें क्रुड पॉम तेल का 2,10,000 टन, 95,000 टन आरबीडी पामोलीन, और 3,25,000 टन डीगम सोयाबीन तेल का स्टॉक है।
क्रुड पॉम तेल और रिफाइंड तेल पर आयात षुल्क में अंतर कम होने के कारण तेल वर्ष 2015-16 में रिफाइंड तेलों के आयात में 58 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 26.2 लाख टन का हुआ है जबकि इसके पिछले तेल वर्ष में रिफाइंड तेलों का आयात 16.6 लाख टन का हुआ था।
आयातित तेलों की कीमतों में भी अक्टूबर महीने में सितंबर के मुकाबले गिरावट आई है। अक्टूबर में जहां आरबीडी पामोलीन के भाव भारतीय बंदरगाह पर औसतन 709 डॉलर प्रति टन रहे, वहीं सितंबर महीने में इसके भाव 759 डॉलर प्रति टन थे। इसी तरह से क्रुड पाम तेल के भाव सितंबर में 753 डॉलर प्रति टन थे, जबकि अक्टूबर में इसके भाव घटकर 704 डॉलर प्रति टन रह गए। ................आर एस राणा
नई दिल्ली। अक्टूबर का समाप्त हुए तेल वर्ष 2015-16 (नवंबर-15 से अक्टूबर-16) के दौरान देष में वनस्पति तेलों (खाद्य एवं अखाद्य तेलों) के आयात में बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान वनस्पति तेलों का आयात बढ़कर 147.4 लाख टन का हुआ है जबकि पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में 146.1 लाख टन वनस्पति तेलों का आयात हुआ था। कुल आयात में खाद्य तेलों की हिस्सेदारी जहां 145.1 लाख टन की है, वहीं अखाद्य तेलों का आयात इस दौरान 1.7 लाख टन का हुआ है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएषन आफ इंडिया (एसईए) के अनुसार अक्टूबर महीने में वनस्पति तेलों का आयात घटकर 1,173,254 टन का हुआ है जबकि पिछले साल अक्टूबर में 1,670,891 टन का आयात हुआ था।
वनस्पति तेलों के आयात में पिछले पांच साल में करीब 45 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है। तेल वर्ष 2011-12 में देष में 101.9 लाख टन तेलों का आयात हुआ था जबकि तेल वर्ष 2015-16 में आयात बढ़कर 147.4 लाख टन का हुआ है।
पहली नवंबर को देषभर में 7,05,000 टन खाद्य एवं अखाद्य तेलों का स्टॉक मौजूद है, जिसमें क्रुड पॉम तेल का 2,10,000 टन, 95,000 टन आरबीडी पामोलीन, और 3,25,000 टन डीगम सोयाबीन तेल का स्टॉक है।
क्रुड पॉम तेल और रिफाइंड तेल पर आयात षुल्क में अंतर कम होने के कारण तेल वर्ष 2015-16 में रिफाइंड तेलों के आयात में 58 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल आयात 26.2 लाख टन का हुआ है जबकि इसके पिछले तेल वर्ष में रिफाइंड तेलों का आयात 16.6 लाख टन का हुआ था।
आयातित तेलों की कीमतों में भी अक्टूबर महीने में सितंबर के मुकाबले गिरावट आई है। अक्टूबर में जहां आरबीडी पामोलीन के भाव भारतीय बंदरगाह पर औसतन 709 डॉलर प्रति टन रहे, वहीं सितंबर महीने में इसके भाव 759 डॉलर प्रति टन थे। इसी तरह से क्रुड पाम तेल के भाव सितंबर में 753 डॉलर प्रति टन थे, जबकि अक्टूबर में इसके भाव घटकर 704 डॉलर प्रति टन रह गए। ................आर एस राणा
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