आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू महीने के दूसरे सप्ताह (4 जुलाई से 10 जुलाई) के दौरान देष से कालीमिर्च का निर्यात बढ़कर 386 टन का हुआ है जबकि इसके पहले सप्ताह में 376 टन कालीमिर्च का निर्यात हुआ था। इस दौरान यूएसए, यूके, कनाडा, साउदी अरब और कुवैत को ज्यादा निर्यात हुआ है। जून के आखिर सप्ताह में 826 टन कालीमिर्च का निर्यात हुआ था। नीलामी केंद्रों पर चालू महीने में कालीमिर्च की साप्ताहिक आवक घटकर 50 टन के करीब रह गई है जबकि इसके पहले महीने में 100 टन से ज्यादा की आवक हो रही थी।
जानकारों के अनुसार कालीमिर्च का स्टॉक कम है तथा आगे निर्यात में बढ़ने का अनुमान है जिससे इसके भाव में सुधार आ सकता है। फसल सीजन 2016-17 में कालीमिर्च की पैदावार 50 हजार टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 70,000 टन की हुई थी। कालमिर्च के निर्या सौदे इस समय यूरोप के लिए 10,850 डॉलर में और यूएस के लिए 11,100 डॉलर प्रति टन की दर से सीएंडएफ के हो रहे हैं।
इंटरनेषनल पीपर कंम्यूनिटी (आईपीसी) के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में विष्व में कालीमिर्च की पैदावार 4,14,000 टन होने का अनुमान है जबकि जबकि इसकी सालाना खपत 4,63,000 टन की होती है। ऐसे में विष्व बाजार में कालीमिर्च की कीमतों में सुधार आने का अनुमान है।........आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू महीने के दूसरे सप्ताह (4 जुलाई से 10 जुलाई) के दौरान देष से कालीमिर्च का निर्यात बढ़कर 386 टन का हुआ है जबकि इसके पहले सप्ताह में 376 टन कालीमिर्च का निर्यात हुआ था। इस दौरान यूएसए, यूके, कनाडा, साउदी अरब और कुवैत को ज्यादा निर्यात हुआ है। जून के आखिर सप्ताह में 826 टन कालीमिर्च का निर्यात हुआ था। नीलामी केंद्रों पर चालू महीने में कालीमिर्च की साप्ताहिक आवक घटकर 50 टन के करीब रह गई है जबकि इसके पहले महीने में 100 टन से ज्यादा की आवक हो रही थी।
जानकारों के अनुसार कालीमिर्च का स्टॉक कम है तथा आगे निर्यात में बढ़ने का अनुमान है जिससे इसके भाव में सुधार आ सकता है। फसल सीजन 2016-17 में कालीमिर्च की पैदावार 50 हजार टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 70,000 टन की हुई थी। कालमिर्च के निर्या सौदे इस समय यूरोप के लिए 10,850 डॉलर में और यूएस के लिए 11,100 डॉलर प्रति टन की दर से सीएंडएफ के हो रहे हैं।
इंटरनेषनल पीपर कंम्यूनिटी (आईपीसी) के अनुसार फसल सीजन 2016-17 में विष्व में कालीमिर्च की पैदावार 4,14,000 टन होने का अनुमान है जबकि जबकि इसकी सालाना खपत 4,63,000 टन की होती है। ऐसे में विष्व बाजार में कालीमिर्च की कीमतों में सुधार आने का अनुमान है।........आर एस राणा
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