आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन कारपोरेषन ऑफ इंडिया (सीसीआई) ने चालू विपणन सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 8,44,163 गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास की खरीद की है जबकि उत्पादक राज्यों की मंडियों में अभी तक 333.25 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है।
सीसीआई के अनुसार पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के अलावा कर्नाटक और तमिलनाडु से कपास की खरीद नहीं हुई है तथा चालू सीजन में सबसे ज्यादा खरीद तेलंगाना के वारंगल से 4,41,069 गांठ, आदिलाबाद से 1,54,090 गांठ की खरीद हुई है। इसके अलावा गुजरात के अहमदाबाद से 44,742 गांठ, राजकोट से 6,759 गांठ, महाराष्ट्र के अकोला 88,333 गांठ, औरंगाबाद से 28,466 गांठ, मध्य प्रदेष के इंदौर से 29,104 गांठ, आंध्रप्रदेष के गुंटूर से 39,967 गांठ तथा ओड़िसा के रायगढ़ा से 11,633 गांठ कपास की खरीद हुई है।
केंद्र सरकार ने सीसीआई को छोटी एसएमई कंपनियों को एमएसपी पर कपास बेचने के लिए कहां है तथा सीसीआई जल्दी ही इसकी बिक्री षुरु करेगा, इससे एक बार बाजार में कपास की कीमतों में गिरावट की संभावना है। महाराष्ट्र की मंडियों में आज कपास की कीमतों मंे करीब 500 रुपये प्रति गांठ की गिरावट भी दर्ज की गई।............आर एस राणा
नई दिल्ली। कॉटन कारपोरेषन ऑफ इंडिया (सीसीआई) ने चालू विपणन सीजन में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 8,44,163 गांठ (एक गांठ-170 किलो) कपास की खरीद की है जबकि उत्पादक राज्यों की मंडियों में अभी तक 333.25 लाख गांठ कपास की आवक हो चुकी है।
सीसीआई के अनुसार पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के अलावा कर्नाटक और तमिलनाडु से कपास की खरीद नहीं हुई है तथा चालू सीजन में सबसे ज्यादा खरीद तेलंगाना के वारंगल से 4,41,069 गांठ, आदिलाबाद से 1,54,090 गांठ की खरीद हुई है। इसके अलावा गुजरात के अहमदाबाद से 44,742 गांठ, राजकोट से 6,759 गांठ, महाराष्ट्र के अकोला 88,333 गांठ, औरंगाबाद से 28,466 गांठ, मध्य प्रदेष के इंदौर से 29,104 गांठ, आंध्रप्रदेष के गुंटूर से 39,967 गांठ तथा ओड़िसा के रायगढ़ा से 11,633 गांठ कपास की खरीद हुई है।
केंद्र सरकार ने सीसीआई को छोटी एसएमई कंपनियों को एमएसपी पर कपास बेचने के लिए कहां है तथा सीसीआई जल्दी ही इसकी बिक्री षुरु करेगा, इससे एक बार बाजार में कपास की कीमतों में गिरावट की संभावना है। महाराष्ट्र की मंडियों में आज कपास की कीमतों मंे करीब 500 रुपये प्रति गांठ की गिरावट भी दर्ज की गई।............आर एस राणा
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