आर एस राणाा
नई दिल्ली। चालू वित वर्ष 2016-17 के पहले दो महीनों अप्रैल-मई मंे देष से चीनी के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 48.20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार इस दौरान देष से 1,719.47 करोड़ रुपये मूल्य की चीनी का निर्यात हुआ है जबकि इसके पिछले वित वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 1,160.26 करोड़ रुपये मूल्य की चीनी का निर्यात हुआ था।
जानकारों के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा चीनी के निर्यात पर षुल्क लगा देने से निर्यात सौदों में कमी आई है लेकिन घरेलू बाजार में आगामी दिनों में चीनी की कीमतों में तेजी का ही अनुमान है। आगामी दिनों में चीनी में त्यौहारी मांग के साथ ही ब्याह-षादियों का सीजन षुरु होगा जबकि मिलें नीचे भाव में बिकवाल नहीं है। वैसे भी सितंबर 2016 से षुरु होने वाले नए पेराई सीजन में खासकर सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन करीब 50 फीसदी तक घटने की आषंका है। कर्नाटक में भी नए पेराई सीजन में चीनी उत्पादन में कमी आने की आषंका है।............आर एस राणाा
नई दिल्ली। चालू वित वर्ष 2016-17 के पहले दो महीनों अप्रैल-मई मंे देष से चीनी के निर्यात में मूल्य के हिसाब से 48.20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार इस दौरान देष से 1,719.47 करोड़ रुपये मूल्य की चीनी का निर्यात हुआ है जबकि इसके पिछले वित वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 1,160.26 करोड़ रुपये मूल्य की चीनी का निर्यात हुआ था।
जानकारों के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा चीनी के निर्यात पर षुल्क लगा देने से निर्यात सौदों में कमी आई है लेकिन घरेलू बाजार में आगामी दिनों में चीनी की कीमतों में तेजी का ही अनुमान है। आगामी दिनों में चीनी में त्यौहारी मांग के साथ ही ब्याह-षादियों का सीजन षुरु होगा जबकि मिलें नीचे भाव में बिकवाल नहीं है। वैसे भी सितंबर 2016 से षुरु होने वाले नए पेराई सीजन में खासकर सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन करीब 50 फीसदी तक घटने की आषंका है। कर्नाटक में भी नए पेराई सीजन में चीनी उत्पादन में कमी आने की आषंका है।............आर एस राणाा
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