लगातार
दूसरे वर्ष पंजाब में कपास की फसल पर व्हाइट फ्लाई के हमले के
दुष्प्रभावों का आकलन करने के लिए अगले दो दिनों में पांच सदस्यीय केंद्रीय
दल पंजाब का दौरा करेगा। पंजाब में व्हाइट फ्लाई ने कपास फसलों पर फूल
खिलने के समय हमला किया है जिससे इस खरीफ फसल के लिए खतरा पैदा हो गया है।
एक सरकारी बयान में कहा गया है, 'फाजिल्का, मंसा और बठिंडा जिलों के कुछ
हल्कों में व्हाइट फ्लाई का खतरा बढ़ा है, जिसका आकलन के लिए कृषि मंत्रालय
पंजाब एक दल भेज रहा है।' इसमें कहा गया है कि एक पांच सदस्ईय दल अगले दो
दिनों में पंजाब के प्रभावित कपास क्षेत्रों का दौरा करेगा। यह दल अपना
आकलन करेगा और अपनी रिपोर्ट देगा। पंजाब और हरियाणा में पिछले वर्ष भी
व्हाइट फ्लाई के हमले ने बीटी कपास किस्मों को व्यापक क्षति पहुंचाई थी।
पिछले सत्र में पंजाब में कपास खेती के कुल 4.50 लाख हेक्टेयर में से 1.36
लाख हेक्टेयर में कपास की फसल को नुकसान हुआ था, जिसके कारण उत्पादन में 40
प्रतिशत की गिरावट आई थी। उल्लेखनीय है कि व्हाइटफ्लाई कीट के हमले के डर
से चालू सत्र में पंजाब में कपास खेती के रकबे में भारी गिरावट देखी गई
क्योंकि इस खरीफ फसल की खेती का रकबा घटकर पिछले सत्र के 4.50 लाख हेक्टेयर
से घटकर 2.56 लाख हेक्टेयर रह गया।
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