आर एस राणाा
नई दिल्ली। चालू वित वर्ष 2016-17 के पहले दो महीनों अप्रैल से मई के दौरान देष से मूल्य के हिसाब से ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 40.80 फीसदी कम रहा है। इस दौरान देष से केवल 440.09 करोड़ रुपये मूल्य का ग्वार गम उत्पादों का ही निर्यात हुआ है जबकि वित वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 743.40 करोड़ रुपये मूल्य का ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ था।
चालू खरीफ में ग्वार सीड की बुवाई का कार्य चल रहा है। स्टॉकिस्ट राजस्थान के गंगानगर लाईन में ग्वार सीड की बुवाई में 50 फीसदी की कमी मान रहे हैं। हालाकि बुवाई की सही तस्वीर चालू महीने के आखिर में ही साफ होगी, लेकिन स्टॉकिस्ट भाव बढ़ाना चाहते हैं। वैसे तो इस समय ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग कमजोर है लेकिन जिस तरह से स्टॉकिस्ट सक्रिय हुए हैं उससे ग्वार सीड और ग्वार गम की कीमतों में तेजी आने का अनुमान है।...............आर एस राणाा
नई दिल्ली। चालू वित वर्ष 2016-17 के पहले दो महीनों अप्रैल से मई के दौरान देष से मूल्य के हिसाब से ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 40.80 फीसदी कम रहा है। इस दौरान देष से केवल 440.09 करोड़ रुपये मूल्य का ग्वार गम उत्पादों का ही निर्यात हुआ है जबकि वित वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 743.40 करोड़ रुपये मूल्य का ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ था।
चालू खरीफ में ग्वार सीड की बुवाई का कार्य चल रहा है। स्टॉकिस्ट राजस्थान के गंगानगर लाईन में ग्वार सीड की बुवाई में 50 फीसदी की कमी मान रहे हैं। हालाकि बुवाई की सही तस्वीर चालू महीने के आखिर में ही साफ होगी, लेकिन स्टॉकिस्ट भाव बढ़ाना चाहते हैं। वैसे तो इस समय ग्वार गम उत्पादों में निर्यात मांग कमजोर है लेकिन जिस तरह से स्टॉकिस्ट सक्रिय हुए हैं उससे ग्वार सीड और ग्वार गम की कीमतों में तेजी आने का अनुमान है।...............आर एस राणाा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें