आवक बढ़ने पर फिर से भाव में गिरावट की आषंका
आर एस राणा
नई दिल्ली। राजस्थान सरकार द्वारा दलहन और तिलहन पर लगी स्टॉक लिमिट हटा लेने से चना और सरसों की कीमतों में सुधार आया है। उत्पादक मंडियों में चना और सरसों की कीमतों में 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई। स्टॉक लिमिट हटा लेने से स्टॉकिस्टों के साथ ही मिलर्स की खरीद भी बढ़ेगी लेकिन अभी व्यापारी ज्यादा तेजी में नहीं है ऐसे में आवक बढ़ने पर मार्च के पहले सप्ताह में फिर से इनके भाव में गिरावट आ सकती है।
अभी तक के मौसम को देखते हुए चालू सीजन में चना के साथ ही सरसों की पैदावार पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है। ऐसे में स्टॉकिस्ट चना की मौजूदा कीमतों में 400 से 500 रुपये और सरसों की मौजूदा कीमतों में 150 से 200 रुपये की गिरावट आने पर खरीद करके चलेंगे तो भविष्य में बेहतर भाव मिल सकेंगे। दिल्ली में ष्षनिवार में चना के भाव 4,625-4,650 रुपये, महाराष्ट्र की लातूर मंडी में 4,350 रुपये, मध्य प्रदेष की इंदौर मंडी में 4,300 रुपये, राजस्थान की जयपुर मंडी में 4,500 रुपये, मुंबई में आस्ट्रेलियाई चने के भाव 4,450 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
सरसों के भाव उत्तर प्रदेष की आगरा मंडी में 4,400 रुपये, राजस्थान की जयपुर मंडी में 4,375-4,380 रुपये, राज्य की अलवर मंडी में 4,000 रुपये, भरतपुर मंडी में 4,100 से 4,150 रुपये और मध्य प्रदेष की मोरेना मंडी में 4,150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
कृषि मंत्रालय के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार चालू रबी में चना की पैदावार 80.9 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसकी पैदावार 73.3 लाख टन की हुई थी। इसी तरह से सरसों की पैदावार चालू रबी में बढ़कर 68.35 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल रबी में इसकी पैदावार 62.82 लाख टन की हुई थी। .......आर एस राणा
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