मार्च में कीमतों में गिरावट आ सकती है गिरावट
आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू फसल सीजन में गुजरात के साथ ही राजस्थान में भी जीरा का उत्पादन बढ़ने का अनुमान है। जानकारों का मानना है कि चालू फसल सीजन में जीरा का उत्पादन पिछले साल की तुलना में 8 से 10 फीसदी बढ़कर 52 से 55 लाख बोरी (एक बोरी-45 किलो) होने का अनुमान है। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की मंडियों में नए जीरा की आवक षुरु हो गई है तथा राजस्थान में नए जीरा की दैनिक आवक चालू महीने के आखिर तक षुरु हो जायेगी।
गुजरात की उंझा मंडी में मंगलवार को जीरा के भाव 2,500 से 2,900 रुपये प्रति 20 किलो रहे जबकि दैनिक आवक करीब 7,000 से 8,000 बोरी (एक बोरी-45 किलो) की हुई। कुल आवक में 60 फीसदी जीरा नया आ रहा है। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में जैसे-जैसे जीरा की दैनिक आवक बढ़ेगी भाव में गिरावट आने का अनुमान है। मौसम अनुकूल रहा तो मार्च के पहले सप्ताह तक मौजूदा कीमतों में करीब 10 से 15 फीसदी की गिरावट आ सकती है।
भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार चालू वित वर्ष 2015-16 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) में जीरा के निर्यात में कम आई है। इस दौरान देष से केवल 46,700 टन जीरा का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले वित वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात 89,772 टन का हुआ था। नई फसल को देखते हुए इस समय खाड़ी देषों की आयात भी कम कमजोर है। माना जा रहा है कि नई फसल के आकलन के बाद अप्रैल में जीरा की निर्यात मांग में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।.......आर एस राणा
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