15 जुलाई 2013
नेचुरल रबर में बिकवाली से कमाएं लाभ
आर एस राणा नई दिल्ली | Jul 13, 2013, 00:05AM IST
उत्पादक क्षेत्रों में मौसम खराब होने से चालू महीने में नेचुरल रबर की कीमतों में 18 रुपये की तेजी आकर कोट्टायम में भाव 185-195 रुपये प्रति किलो हो गए।
वायदा बाजार में अगस्त महीने के वायदा अनुबंध में इस दौरान नेचुरल रबर की कीमतों में 11 रुपये प्रति किलो की तेजी आकर शुक्रवार को भाव 188.90 रुपये प्रति किलो पर बंद हुए। जून महीने में नेचुरल रबर की पैदावार में 12.9 फीसदी की कमी आई है जबकि इस दौरान खपत 1.2 फीसदी घटी है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में आई गिरावट के कारण आयात सौदे में भारी इजाफा होने की संभावना है।
ऐसे में अगस्त महीने में नेचुरल रबर की कीमतों में फिर गिरावट आने की संभावना है। एनएमसीई पर अगस्त महीने के वायदा अनुबंध में चालू महीने में 6.7 फीसदी की तेजी आई है। पहली जुलाई को नेचुरल रबर का भाव 177 रुपये प्रति किलो था। शुक्रवार को इसका भाव बढ़कर 188.90 रुपये प्रति किलो पर कारोबार करते देखा गया।
एग्री विशेषज्ञ अभय लाखवान ने बताया कि नेचुरल रबर के उत्पादक क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश से नेचुरल रबर का उत्पादन जून महीने में कम हुआ है लेकिन आयात पड़ता सस्ता होने के साथ ही ऑटो उद्योग की मांग कमजोर बनी हुई है। आयात सस्ता होने के कारण नेचुरल रबर के आयात सौदे भारी मात्रा में हुए हैं जिससे अगस्त महीने में फिर से नेचुरल रबर की कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद है।
रबर मर्चेंट एसोसिएशन के सचिव अशोक खुराना ने बताया कि पिछले 45 दिनों से रबर के उत्पादक क्षेत्रों में लगातार भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार केरल में सामान्य से 48 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। भारी बारिश से नेचुरल रबर की टेपिंग नहीं हो पा रही है। हालांकि बड़ी खपत कंपनियां तो आयात सौदे कर रही हैं लेकिन छोटे उद्योगों की मांग से भाव बढ़े हैं।
कोट्टायम में पहली जुलाई को नेचुरल रबर का भाव 171-177 रुपये प्रति किलो था जबकि शुक्रवार को भाव बढ़कर 185-195 रुपये प्रति किलो हो गया। चालू महीने में भी उत्पादन कम होने की आशंका है इसलिए मौजूदा कीमतों में दो-चार रुपये प्रति किलो की और तेजी आ सकती है लेकिन अगस्त में मौसम साफ हो जायेगा, जबकि आयात भी ज्यादा होगा।
रबर बोर्ड के अनुसार जून महीने में नेचुरल रबर का उत्पादन घटकर 54,000 टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 62,000 टन का उत्पादन हुआ था। इस दौरान नेचुरल रबर की खपत 83,930 टन से घटकर 82,000 टन की ही हुई है।
साथ ही जून महीने में आयात भी 20,726 टन से कम होकर 19,695 टन का ही हुआ है। हालांकि 30 जून को घरेलू बाजार में नेचुरल रबर का कुल स्टॉक पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। 30 जून 2013 को घरेलू बाजार में नेचुरल रबर का कुल स्टॉक 2,25,000 टन का है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 2,21,000 टन का था।
नेचुरल रबर के थोक विक्रेता सुभाष जैन ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चालू महीने में नेचुरल रबर की कीमतों में 5.5 फीसदी की गिरावट आकर शुक्रवार बैंकाक में भाव 154 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) रह गए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में आई गिरावट से आयात सस्ता हो गया है जिससे बड़ी कंपनियां भारी मात्रा में आयात सौदे कर रही है।
अगस्त महीने में रबर का आयात तो बढ़ेगा ही, साथ में मौसम साफ होने से घरेलू उत्पादन भी ज्यादा होगा। ऑटो उद्योग की बिक्री कम होने से टायर इंडस्ट्री की मांग भी कमजोर ही है। ऐसे में नेचुरल रबर की कीमतों में चल रही मौजूदा तेजी स्थिर रहने की संभावना नहीं है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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