10 जुलाई 2013
चीनी उत्पादन घटकर 237 लाख टन रहने का अनुमान
व्हाइट व रॉ शुगर पर आयात शुल्क बढ़ाने की अधिसूचना जारी
आगामी पेराई सीजन वर्ष 2013-14 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान देश में चीनी का उत्पादन 5 फीसदी घटकर 237 लाख टन होने का अनुमान है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के अनुसार चालू खरीफ में गन्ने की बुवाई 1.5 फीसदी घटकर 51.50 लाख हैक्टेयर में हुई है। दूसरी ओर सरकार ने चीनी के आयात शुल्क बढ़ाकर 15 फीसदी करने की अधिसूचना जारी कर दी है।
इस्मा के अनुसार चालू खरीफ में गन्ने के बुवाई क्षेत्रफल में तो कमी आई है लेकिन अनुकूल मानसून से प्रति हैक्टेयर उत्पादकता बढऩे की संभावना है।
चालू खरीफ में गन्ने की बुवाई 51.50 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 52.30 लाख हैक्टेयर से 1.5 फीसदी कम है। इस्मा द्वारा जारी बुवाई क्षेत्रफल कृषि मंत्रालय द्वारा जारी क्षेत्रफल से 8 फीसदी ज्यादा है। चालू पेराई सीजन में देश में चीनी का उत्पादन 250 लाख टन का हुआ है।
चीनी मिलों को राहत देने के लिए सरकार ने चीनी के आयात शुल्क में बढ़ोतरी कर दी है।
सरकार ने चीनी के आयात पर शुल्क में 5 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) द्वारा मंगलवार को जारी की गई अधिसूचना के अनुसार व्हाइट और रॉ-शुगर के आयात पर 10 फीसदी के बजाए अब 15 फीसदी आयात शुल्क लगेगा।
चीनी के आयात शुल्क में बढ़ोतरी के बावजूद भी घरेलू बाजार में चीनी की कीमतें पूर्व स्तर पर ही टिकी रही। मंगलवार को उत्तर प्रदेश में चीनी के एक्स-फैक्ट्री भाव 3,075 से 3,175 रुपये और दिल्ली थोक बाजार में 3,250 से 3,300 रुपये प्रति क्विंटल पर बने रहे।
महाराष्ट्र में चीनी के भाव 2,800 से 2,850 रुपये प्रति चल रहे हैं। इंडियन शुगर मिल्स (इस्मा) ने चीनी के आयात शुल्क में पांच फीसदी की बढ़ोतरी का नाकाफी बताया और आयात शुल्क को बढ़ाकर 40 फीसदी करने की सरकार से मांगी की है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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