11 जुलाई 2013
आयात शुल्क बढ़ने से अब चीनी आयात रुकेगा: पवार
चीनी आयात शुल्क में और वृद्धि करने की उद्योग जगत की मांग को ठुकराते हुए कृषि मंत्री शरद पवार ने बुधवार को कहा कि चीनी पर आयात शुल्क बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने से इसका आयात रुकेगा और घरेलू बिक्री बढ़ेगी। इससे चीनी मिलों को किसानों का गन्ने का बकाया 9,000 करोड़ रुपए भुगतान करने में मदद मिलेगी।
सरकार ने कल चीनी पर आयात शुल्क 10 से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया। हालांकि, चीनी उद्योग इसे 40 प्रतिशत करने की मांग कर रहा था। पवार ने यह विश्वास भी व्यक्त किया कि अक्टूबर से शुर होने वाले विपणन वर्ष 2013-14 में चीनी उत्पादन में कोई कमी नहीं होगी। इसके बजाय देश के पास निर्यात के लिए अधिशेष चीनी होगी।
शुल्क वद्धि के बारे में पूछने पर पवार ने बताया कि चीनी का आयात अब रुकेगा। यह (चीनी आयात पर शुल्क वृद्धि) बेहतर है क्योंकि चीनी मिलों गोदाम चीनी से भरे पड़े हैं और इसे कोई लेने वाला नहीं है। ऐसी स्थिति में कम से कम हम अपने किसानों को सुरक्षा दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि गन्ना उत्पादकों का बकाया करीब 9,000 करोड़ रुपए का है जो अधिकांशत: उत्तर प्रदेश में है। यह पूछने पर कि चीनी आयात शुल्क में आगे और वृद्धि की कोई गुंजाइश है उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं है। (Dainik Hindustan)
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