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06 मई 2013

निर्यातकों की मांग से जौ की कीमतों में तेजी की संभावना

जौ में निर्यातकों के साथ माल्ट कंपनियों की अच्छी मांग चल रही है जिससे कीमतों में तेजी बनी हुई है। महीने भर में उत्पादक मंडियों में जौ की कीमतों में 150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आकर भाव 1,200 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। निर्यातकों की मांग बनी रहने से मौजूदा कीमतों में और भी 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने की संभावना है। इम्पीरियल माल्ट लिमिटेड के डायरेक्टर संजय यादव ने बताया कि इस समय जौ में खाड़ी देशों के आयातकों की अच्छी मांग बनी हुई है। भारतीय निर्यातक कांडला बंदरगाह पहुंच 1,425 से 1,450 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद कर रहे हैं। हालांकि चालू सीजन में जौ की घरेलू पैदावार पिछले साल से ज्यादा होने का अनुमान है लेकिन निर्यातकों की मांग बराबर बनी रही तो मौजूदा कीमतों में और भी तेजी आने की संभावना है। माल्ट कंपनियां गुडग़ांव पहुंच जौ की खरीद 1,375 रुपये प्रति क्विंटल की दर से कर रही हैं। कृषि मंत्रालय के तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू वर्ष 2012-13 में जौ का उत्पादन 16.6 लाख टन होने को अनुमान है जो दूसरे आरंभिक अनुमान 18.2 लाख टन से कम है। हालांकि वर्ष 2011-12 के 16.2 लाख टन से उत्पादन ज्यादा होने का अनुमान है। मैसर्स धजा राम जयदेव के प्रबंधक जयदेव गुप्ता ने बताया कि उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक कम होने से जौ की कीमतों में करीब 150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आकर भाव 1,200 रुपये प्रति प्रति क्विंटल हो गए हैं। नीचे भाव में स्टॉकिस्टों की खरीद भी बनी हुई है जबकि निर्यातकों की अच्छी मांग चल ही रही है। गर्मी बढऩे से माल्ट कंपनियों की खरीद में भी तेजी आने का अनुमान है। ऐसे में जौ की मौजूदा कीमतों में और भी 75 से 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने की संभावना है। एनसीडीईएक्स पर मई महीने के वायदा अनुबंध में शनिवार को जौ की कीमतों में 1.3 फीसदी की तेजी आकर भाव 1,398.50 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इंडियाबुल्स कमोडिटी लिमिटेड के अस्सिटेंट वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च (कमोडिटी) बद्दरूदीन ने बताया कि उत्पादक मंडियों में जौ की दैनिक आवक पहले की तुलना में कम हुई है जबकि स्टॉकिस्टों के साथ-साथ निर्यातकों की मांग बनी हुई है। इसलिए मौजूदा कीमतों में और भी तेजी आने की संभावना है। (Business Bhaskar....R S Rana)

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