01 मई 2013
सोया खली निर्यात 45 लाख टन रह सकता है : सोपा
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय सोया खली की मांग ठंडी बनी हुई है, लेकिन इसके बावजूद प्रसंस्करणकर्ताओं का एक प्रमुख औद्योगिक संगठन अपने इस अनुमान पर बरकरार है कि जारी तिलहन वर्ष (अक्टूबर 2012-सितंबर 2013) में देश से इसका निर्यात 19.5 फीसद वृद्धि के साथ करीब 45 लाख टन तक हो सकता है। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के प्रवक्ता राजेश अग्रवाल ने बताया, 'हमारा अब भी यही अनुमान है कि इस तिलहन वर्ष में देश का सोया खली निर्यात करीब 45 लाख टन रहने वाला है।Ó
अग्रवाल ने बताया कि इस अनुमानित आंकड़ेे में पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी मुल्कों को रेल या सड़क मार्ग से होने वाला सोया खली का निर्यात शामिल नहीं है। उन्होंने बताया कि तिलहन वर्ष 2011-12 में देश का सोया खली निर्यात 36,22,909 टन रहा था। बहरहाल, मौजूदा तिलहन वर्ष की पहली छमाही के दौरान देश के सोया खली निर्यात का रुझान उत्साहजनक नहीं रहा है। (BS Hindi)
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