04 मई 2013
कैस्टर सीड में बिकवाली से कमाएं मुनाफा
आर एस राणा नई दिल्ली | May 04, 2013, 00:13AM IST
फायदे की बात
एनसीडीईएक्स पर जून महीने के वायदा अनुबंध में पिछले 20 दिनों में 10.3 फीसदी की गिरावट आई है
उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक का दबाव बने रहने से कैस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में और भी 6-8 फीसदी की गिरावट आने की संभावना है
उत्पादक मंडियों में महीने भर में कैस्टर सीड की कीमतों में करीब 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है
चालू महीने के मध्य तक कैस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है, निवेशक बिकवाली से कमा सकते हैं मुनाफा
चालू महीने के मध्य तक उत्पादक मंडियों में दैनिक आवक का दबाव बने रहने से कैस्टर सीड की मौजूदा कीमतों में और भी 6-8 फीसदी की गिरावट आने की संभावना है। शुक्रवार को मेहसाणा में कैस्टर सीड के भाव घटकर 3,250 से 3,300 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
पिछले तीन महीने- फरवरी से अप्रैल के दौरान, कैस्टर तेल के निर्यात में तेजी आई है जबकि मई के आखिर में उत्पादक मंडियों में सीड की दैनिक आवक कम हो जायेगी। ऐसे में जून-जुलाई में कैस्टर सीड के दाम बढऩे की संभावना है।
एनसीडीईएक्स पर जून महीने के वायदा अनुबंध में पिछले 20 दिनों में 10.3 फीसदी की गिरावट आई है। जून महीने के वायदा अनुबंध में 11 अप्रैल को कैस्टर सीड का भाव 3,808 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि शुक्रवार को भाव घटकर 3,415 रुपये प्रति क्विंटल रह गया।
ब्रोकिंग फर्म इंडियाबुल्स कमोडिटी लिमिटेड के अस्सिटेंट वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी) बद्दरूदीन ने बताया कि चालू फसल सीजन में कैस्टर सीड की पैदावार में तो कमी आने का अनुमान है लेकिन उत्पादक मंडियों में पिछले साल का स्टॉक भारी मात्रा में बचा हुआ है। वैसे भी इस घरेलू बाजार में कैस्टर सीड की दैनिक आवकों का दबाव बना हुआ है।
ऐसे में चालू महीने के मध्य तक मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है। एस सी केमिकल के मैनेजिंग डायरेक्टर कुशल राज पारिख ने बताया कि प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात और राजस्थान की उत्पादक मंडियों में कैस्टर सीड की दैनिक आवकों का दबाव बना हुआ है। इस समय दैनिक आवक करीब 1.5 लाख बोरी (एक बोरी-75 किलो) की हो रही है।
चालू महीने के मध्य तक दैनिक आवकों का दबाव रहेगा जिससे मौजूदा कीमतों में और भी गिरावट आने की संभावना है। उत्पादक मंडियों में महीने भर में कैस्टर सीड की कीमतों में करीब 150 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आ चुकी है। उत्पादक मंडियों में शुक्रवार को कैस्टर सीड का भाव घटकर 3,250 से 3,300 रुपये प्रति क्विंटल रह गया।
पारिख ने बताया कि पिछले तीन महीनों फरवरी से अप्रैल के दौरान करीब 1.50 लाख टन कैस्टर तेल का निर्यात हो चुका है तथा आगामी महीनों में निर्यात और बढऩे की संभावना है। ऐसे में कैस्टर सीड और तेल की कीमतों में जून महीने में तेजी आने की संभावना है। कैस्टर तेल के निर्यात सौदे 1,300 डॉलर प्रति टन की दर से हो रहे हैं तथा महीने भर में इसमें करीब 25-30 डॉलर प्रति टन की तेजी आई है।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के अनुसार फरवरी महीने में कैस्टर तेल का निर्यात 50,355 टन और मार्च महीने में 38,869 टन का हुआ है। वित्त वर्ष 2012-13 के दौरान कैस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 4.30 लाख टन का हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2011-12 के दौरान कुल निर्यात 4.04 लाख टन का हुआ था।
एसईए के अनुसार कैस्टर सीड का उत्पादन चालू फसल सीजन 2012-13 में 27 फीसदी घटकर 11.43 लाख टन होने का अनुमान है जबकि वर्ष 2011-12 में 15.76 लाख टन का उत्पादन हुआ था।
कैस्टर सीड के थोक कारोबारी रौनक भाई ने बताया कि चालू सीजन में कैस्टर सीड का उत्पादन एसईए के अनुमान से ज्यादा है साथ ही नई फसल की आवक के समय उत्पादक राज्यों की मंडियों में करीब 4.5 से 5 लाख टन का स्टॉक बचा हुआ था।
इसलिए इस समय उत्पादक मंडियों में दैनिक आवकों का दबाव बना हुआ है। उत्पादक मंडियों में कैस्टर तेल के भाव 700 से 705 रुपये प्रति किलो 10 किलो हैं तथा आवकों के दबाव को देखते हुए इसमें 10 से 15 रुपये प्रति 10 किलो की गिरावट आ सकती है। (Business Bhaskar)
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