15 मई 2013
कड़ी शर्तों के साथ ग्वार के वायदा कारोबार की अनुमति
प्रयास - कारोबार में पारदर्शिता के लिए लगातार नजर रखेगा एफएमसी
मार्जिन का नियंत्रण
शुरूआत में विशेष मार्जिन 10 फीसदी होगा
तेजी आने पर स्पेशल मार्जिन 20 फीसदी से ज्यादा
भाव 50 फीसदी से ज्यादा बढ़े तो 70 फीसदी विशेष मार्जिन
एनसीडीईएक्स व एमसीएक्स को चार अनुबंध लांच करने की मंजूरी
वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) ने शर्तों के साथ ग्वार सीड और ग्वार गम में वायदा कारोबार शुरू करने की अनुमति दे दी है। एफएमसी ने जोखिम प्रबंधन के लिए ग्वार सीड और ग्वार गम के कांट्रेक्ट में जहां विशेष मार्जिन का प्रावधान किया है, वहीं निवेशकों के पास स्टॉक पोजीशन की स्थिति और वायदा कारोबार में लगाई गई रकम का ब्यौरा भी मांगने पर उपलब्ध कराना होगा।
एफएमसी ने एनसीडीईएक्स और एमसीएक्स को ग्वार सीड और ग्वार गम के जून, जुलाई, अक्टूबर व नवंबर अनुबंध लांच करने की अनुमति दी है।
एफएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जोखिम प्रबंधन और वायदा कारोबार में पारदर्शिता लाने के लिए अहम बदलाव किए गए हैं। निवेशकों द्वारा वायदा एक्सचेंज में ग्वार सीड और ग्वार गम के वायदा कारोबार में ज्यादा पोजीशन लेने पर लगाए लग पैसे की पूरी जानकारी एक्सचेंज द्वारा मांगी जा सकती है।
साथ ही वायदा एक्सचेंज पर ग्वार सीड और ग्वार गम में निवेशकों की पोजीशन के आधार पर उनके पास हाजिर स्टॉक की जानकारी भी ली जा सकेगी। उन्होंने बताया कि कीमतों में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं हो, इसके लिए ग्वार सीड और ग्वार गम के वायदा कारोबार में विशेष मार्जिन का प्रावधान किया गया है।
एफएमसी के अनुसार ग्वार सीड और ग्वार गम में विशेष मार्जिन आरंभिक मार्जिन से 10 फीसदी अधिक और भाव बढऩे की सूरत में 20 फीसदी से ज्यादा होगा। जून और जुलाई महीने के वायदा कारोबार में यदि भाव 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ते हैं तो विशेष मार्जिन 70 फीसदी तक हो सकता है।
एक्सचेंज के एक अधिकारी ने बताया कि एफएमसी के फॉर्मूले के अनुसार किसी अनुबंध की अवधि में अगर कीमतें बढ़ती है तो मार्जिन भी अपने आप बढ़ जाएगा। ग्वार सीड और ग्वार गम में डिलीवरी अनिवार्य की गई है। एमसीएक्स के बिजनेस डेवलपमेंट के निदेशक एवं सीईओ सुमेश परसरामपुरिया ने बताया कि ग्वार सीड और ग्वार गम में वायदा कारोबार शुरू होने से ट्रेडर्स, किसान और उद्योगों के लिए जोखिम को मैनेज करने में मदद मिलेगी।
वायदा में ग्वार गम और ग्वार सीड में भारी मात्रा में कारोबार हो रहा था। मार्च 2012 में एक्सचेंज से ग्वार कारोबार को हटाए जाने से पहले दिसंबर 2011 में एनसीडीईएक्स पर इसका कारोबार अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। ग्वार सीड और ग्वार गम की कीमतों में अचानक काफी तेजी आ गई थी।
एनसीडीईएक्स पर 21 मार्च 2012 को ग्वार गम के भाव बढ़कर 1,00,195 रुपये प्रति क्विंटल और ग्वार सीड के 30,533 रुपये प्रति क्विंटल हो गए थे। कीमतों में आई तेजी से नियामक को संदेह हुआ और 27 मार्च 2012 को ग्वार के वायदा कारोबार पर रोक लगा दी। (Business Bhaskar....R S Rana)
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