07 मई 2013
एफसीआई में 19534 टन अनाज बर्बाद
नई दिल्ली : सरकार ने मंगलवार को बताया कि पिछले करीब तीन वर्षों में भारतीय खाद्य निगम में 19534 टन अनाज बर्बाद हो गया। लोकसभा में कुमारी सरोज पांडे और एकेएस विजयन के प्रश्न के लिखित उत्तर में खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रो. केवी थामस ने कहा कि साल 2009.10 में भारतीय खाद्य निगम में 6702 टन अनाज बर्बाद हुआ जबकि 2010-11 में 6346 टन, 2011-12 में 3338 टन और 2012-13 से एक अप्रैल 2013 तक 3148 टन अनाज बर्बाद हुआ है।
उन्होंने कहा कि भंडारण के दौरान कीड़ों के संक्रमण, छत से रिसाव, अवैज्ञानिक तरीके से भंडारण से नमी आने, बाढ़ या कर्मचारियों की लापरवाही बरतने के कारण अनाज बर्बाद हो सकता हैं। मंत्री ने कहा कि सरकार ने यह अनुमान लगाया है कि मध्यावधि में केंद्रीय खाद्य स्टाक के लिए 200 लाख टन अतिरिक्त भंडारण क्षमता की आवश्यक्ता होगी। देश में भंडारण क्षमता को बढाने के लिए सरकार निजी उद्यमियों, केंद्रीय भंडारण निगम और राज्य भंडारण निगमों के जरिये भंडारण गोदामाबे के निर्माण के लिए निजी उद्यमी गारंटी योजना चला रही है।
थामस ने कहा कि निजी उद्यमी गारंटी योजना के तहत भारतीय खाद्य निगम इस योजना के तहत निर्मित गोदामों को 10 वर्ष की अवधि के लिए किराये पर लेने की गारंटी देती है। (एजेंसी)
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