20 मई 2013
महिंद्रा के 'युवराज' बढ़ाएंगे छोटे किसानों की आमदनी!
उत्तर प्रदेश में प्रयोग
:उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के लिए शुगर केन थ्रेशर लांच किया गया है
:इससे गन्ने की कटाई की जाती है, उसके बाद गन्ने को साफ किया जाता है
: इसके उपयोग से मशीन से ही गन्ने को ट्रक में लोड कर दिया जाता है
: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इसका उपयोग भी शुरू हो गया है
बढ़ते कदम
: छोटे किसानों के लिए 1.95 लाख रुपये में युवराज ट्रैक्टर लांच किया गया है
: उत्तर भारत में ट्रैक्टर और फार्म इक्विपमेंट डीलरों की संख्या 20%बढ़ाएगी कंपनी
वित्त वर्ष 2012-13 में उत्तर भारत में महिंद्रा ट्रैक्टर और फार्म इक्विपमेंट डीलरों की संख्या में 20 फीसदी की बढ़ोतरी करेगी। उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के लिए महिंद्रा ने एक कंपैक्ट समाधान निकाला है इसमें पूंजी कम लगती है। साथ ही इसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट संजीव गोयल ने बिजनेस भास्कर को बताया कि उत्तर भारत में कंपनी ने वित्त वर्ष 2012-13 में ट्रैक्टर और फार्म इक्विपमेंट डीलरों की संख्या में 20 फीसदी की बढ़ोतरी करने की योजना बनाई है। इस समय उत्तर भारत में कंपनी के 350 ट्रैक्टर डीलर है तथा कंपनी के फार्म उत्पाद बेचने वाले 45 डीलर मौजूद है।
कंपनी का लक्ष्य किसानों को उनकी उत्पादकता बढ़ाने में मदद करना है इसीलिए कंपनी ने अपने डीलरशिप को समृद्धि सेंटर के रुप में स्थापित किया है। इन समृद्धि केंद्रों के माध्यम से किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच और उसमें बोई जाने वाली फसल, खाद तथा कीटनाशकों के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है।
साथ ही, कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों की भी इसमें मदद ली जाती है। गोयल का कहना था कि किसानों की जोत लगातार घट रही है। साथ ही, खेती में लागत बढ़ रही है जबकि हर राज्य में कृषि क्षेत्रमें मानव संसाधन संबंधी दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में खेती छोटी जोत के किसानों के लिए लाभकारी नहीं रह गई है। किसान फसलों की उत्पादकता बढ़ाकर ही लाभ कमा सकते हैं।
कंपनी ने छोटे किसानों को समृद्ध बनाने के लिए युवराज ट्रैक्टर लांच किया है जिसकी कीमत 1.95 लाख रुपये है। इससे किसान खेतों में तो काम कर ही सकता है साथ ही ऑफ सीजन में अन्य काम करके मुनाफा भी कमा सकता है। समृद्धि केंद्रों के माध्यम से ही किसानों को ट्रैक्टर और फार्म इक्विपमेंट की पूरी जानकारी दी जाती है।
गोयल ने बताया कि वाजिब और किफायती दामों पर किसानों को तकनीकी रुप से बेहतरीन उत्पाद उपलब्ध कराने की कोशिश की कड़ी में उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों के लिए शुगर केन थ्रेशर लांच किया गया है।
ट्रैक्टर के पीछे लगाकर इससे गन्ने की कटाई की जाती है, उसके बाद गन्ने को साफ किया जाता है। साथ ही, मशीन से ही गन्ने को ट्रक में लोड कर दिया जाता है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इसका उपयोग भी शुरू हो गया है। (Business Bhaskar)
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