17 मई 2013
रबर उत्पादन व खपत पर नहीं असर
इस साल अप्रैल में रबर का उत्पादन और खपत 2012 के अप्रैल महीने के समान रहा। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में कीमत करीब 40 फीसदी गिरी है, लेकिन रबर उत्पादन में गिरावट का संकेत न होने से उत्पादक खुश हैं। हालांकि उनको इस बात की चिंता है कि भारी गर्मी के कारण उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।
खराब मौसम के कारण पिछले वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल, मई 2012, फरवरी और मार्च 2013 में मासिक उत्पादन कम था। लेकिन रबर बोर्ड के ताजा अनुमान (प्रारंभिक) अप्रैल में उत्पादन में 0.6 फीसदी बढ़ोतरी का संकेत दे रहे हैं। मासिक उत्पादन 53,000 टन अनुमानित है, जो अप्रैल 2012 में 52,700 टन था।
खपत में भी महज 250 टन की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। खपत 82,000 टन रही, जो पिछले साल अप्रैल में 81,750 टन थी। यह संतोषजनक हो सकता है, क्योंकि वाहन क्षेत्र दबाव से गुजर रहा है। हालांकि मार्च 2013 में खपत 79,000 टन थी, जो अप्रैल में 3.8 फीसदी बढ़ी है।
विशेषज्ञों के मुताबिक टायर से इतर क्षेत्रों में कुछ सकारात्मक बदलाव से खपत समान स्तर पर बनी रही। रबर की कीमतों में भारी गिरावट से छोटे और मझोले उद्योग उत्साहित हैं, जिन्होंने कुछ वर्षों से उत्पादन रोक दिया था। अप्रैल में आयात गिरकर 10,871 टन रहा, जो पिछले साल के इसी महीने में 17,509 टन था। निर्यात बढ़कर 1,358 टन रहा, जो पिछले साल अप्रैल में 787 टन था।
बोर्ड का अनुमान भी 2,47,000 टन के स्टॉक का संकेत दे रहा है। यह पिछले अप्रैल में 2,26,000 टन था। बोर्ड ने उम्मीद जताई है कि घरेलू बाजार में इस साल कोई कमी नहीं होगी। (BS Hindi)
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