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01 सितंबर 2022

ग्राहकी कमजोर होने से दालों में गिरावट जारी

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर कमजोर बनी रहने के कारण मंगलवार को अरहर एवं उड़द के साथ ही कनाडा एवं आस्ट्रेलिया की मसूर के दाम कमजोर हो गए। दालों में खुदरा के साथ ही थोक में मांग कमजोर है, जिस कारण मिलर्स केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रहे हैं।

अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम सस्ते हैं, तथा आगामी दिनों में अफ्रीकन देशों से आयात बढ़ने का अनुमान हैं। हालांकि घरेलू बाजार में अच्छी क्वालिटी की अरहर में बिकवाली कमजोर है, क्योंकि एक तो चालू सीजन में इसकी बुआई पिछले साल की तुलना में कम हुई है। दूसरा देश के कई राज्यों सूखे जैसे हालात बनने के साथ मध्य और दखिण भारत के राज्यों में ज्यादा बारिश का असर भी फसल पर पड़ने का डर है। इसलिए अरहर की कीमतों में अभी सीमित तेजी, मंदी ही बनी रहने का अनुमान है।

उड़द की नई फसल की आवक महाराष्ट्र और कर्नाटक की मंडियों में अगले महीने बढ़ेगी, जिससे इसकी कीमतों में गिरावट ही आने का अनुमान है। हालांकि चालू सीजन में उड़द की फसल को भी नुकसान की आशंका है, साथ ही कई राज्यों में भारी बारिश का असर भी फसल पर हुआ है, लेकिन उड़द दाल में दक्षिण भारत की मांग कमजोर बनी हुई है। गुलबर्गा मंडी में आज नई उड़द की 100 बोरियों की आवक हुई तथा इसका व्यापार 6600 से 7151 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुआ।

कनाडा एवं ऑस्ट्रेलिया से आयातित मसूर सस्ती होने के कारण घरेलू बाजार में इनकी कीमतों में लगातार गिरावट बनी हुई है। माना जा रहा है कि मौजूदा कीमतों में 100 से 150 रुपये का मंदा आने के बाद भाव रुक जायेंगे। वैसे भी देसी मसूर की आवक मंडियों में नहीं के बराबर हो रही है, तथा नई फसल की आवक मार्च, अप्रैल में ही बनेगी।

उत्पादक मंडियों में नई मूंग की आवक शुरू हो गई है तथा मौसम अनुकूल रहा तो अगले महीने मूंग की आवक बढ़ेगी। मूंग दाल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है इसलिए आगामी दिनों में इसकी कीमतों में गिरावट ही आने का अनुमान है। गुलबर्गा मंडी में 1,000 बोरी नई मूंग की आवक हुई तथा चमकी के भाव 5600 से 6900 रुपये प्रति क्विंटल रहे। अक्कलकोट मंडी में 300 कट्टे नई की आई, तथा इसका व्यापार 5500 से 6800 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर हुआ।

दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर के भाव में 25 रुपये की गिरावट आकर दाम 7450 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

चेन्नई में लेमन अरहर के भाव में भी 25 रुपये की गिरावट आकर दाम 7175 से 7200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

मुंबई में बर्मा की लेमन अरहर के भाव 7200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर में मंदा आया। तंजानिया की अरुषा अरहर के भाव 50 रुपये कमजोर 5850 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 100 रुपये कमजोर होकर 5700 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। मलावी से आयातित अरहर के दाम भी 100 रुपये घटकर भाव 5100-5200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। सूडान से आयातित अरहर के दाम भी 50 रुपये कमजोर होकर 7750 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

दिल्ली में बर्मा उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव क्रमशः 7300 रुपये एवं 8300 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। हालांकि इन भाव में दाल मिलों की मांग कमजोर देखी गई।

आंध्रप्रदेश लाईन की नई उड़द का दिल्ली के लिए व्यापार 7600 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर हुआ।

मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 7150 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

चेन्नई में एसक्यू उड़द के हाजिर डिलीवरी के भाव 75 रुपये कमजोर होकर भाव 7,925 रुपये प्रति क्विंटल रह गए, जबकि अक्टूबर डिलवरी के दाम 50 रुपये घटकर 8,000 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

दिल्ली में कनाडा की मसूर की कीमतों में 50 रुपये की गिरावट आकर भाव 6250 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मध्य प्रदेश की मसूर के दाम 6650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

कनाडा की मसूर के दाम मुंद्रा बंदरगाह पर 5950 से 6000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे, जबकि हजिरा बंदरगाह पर 50 रुपये घटकर 6000 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। इस दौरान कनाडा की मसूर के दाम कंटेनर में 50 घटकर 6350 रुपये एवं ऑस्ट्रेलियाई मसूर के भाव भी कंटेनर में 50 कमजोर होकर 6450 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।


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